नई दिल्ली। क्या देश में एक बार फिर कोरोना रिटर्न हो रहा है? क्या एक बार फिर देश के कई राज्यों में हालात खराब होते जा रहे हैं? ये सवाल इसलिए क्योंकि देश में एक महीने के भीतर कोरोना के नए मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी राज्यों के मुख्यमंमत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं।
लापरवाही से लौट आएगा लॉकडाउन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक बुलाई है। क्योंकि देशभर में लगातार माहौल बिगड़ रहा है। महाराष्ट्र में हालात बिगड़ गए हैं, जिसके बाद राज्य में नई गाइडलाइन्स जारी कर दी गई है। इधर, मुंबई में भी कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत हो गई है और मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर में आज से नाइट कर्फ्यू लगने वाला है।
याद नहीं मास्क, भूले दो गज की दूरी!
देश में वैक्सीनेशन की शुरुआत का मतलब मास्क से आजादी नहीं है. वैक्सीन आने से सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत खत्म हो जाए, ऐसा भी नहीं है। वैक्सीन आने से सैनेटाइजर का काम खत्म हो जाए, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। प्रधानमंत्री के संदेश के बावजूद देश में हालात ऐसे हैं, जैसे कोरोना का खतरा खत्म हो गया हो और इसी का नतीजा है कि कोरोना फिर से तेजी से बढ़ रहा है और कई शहरों में फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ा है।
कोरोना पर सरकार का मंथन
कोरोना रिटर्न के खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महामंथन करने जा रहे है। बैठक में कुछ अहम मुद्दों पर दोपहर 12 बजे चर्चा होगी। इस बैठक में रणनीति बनाई जाएगी कि।
कोरोना की स्थिति से कैसे निपटें?
कैसे कोरोना पर काबू पाया जाए?
हर राज्य में टीकाकरण अभियान कैसे तेज हो?
स्वास्थ मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी लगातार कोरोना को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं। देश के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लग गया है और कुछ शहरों में जल्द ही लॉकडाउन भी घोषित हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री की चिंता की वजह भी यही है।
अब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई शहरों में बाजार बंद हो गए हैं। कई जगहों पर परीक्षाएं रद्द हो गई हैं, कई जगहों पर नियमों को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। देखना ये होगा कि इन सभी प्रयासों से कोरोना के नए मामलों में कितनी कमी आती है और कोरोना पर प्रधानमंत्री के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महामंथन से क्या रास्ते निकलते हैं।