रायपुर। पढ़ने या अन्य जॉब के सिलसिले में लोग गांवों से शहर आकर किराये में मकान लेते है जब किराएदारों को अन्य जगह मकान या रूम पसंद आ जाता हैं तो वो महीने के बीच मे बिना पैसा दिए ही चलता होना चाहते है ऐसे में जब एक घर में कोई अकेले महिला हो तब वहां पुलिस को ले जाकर जमा पैसे ले लेना उचित नहीं। ऐसा ही मामला इन दिनों बूढ़ापारा रायपुर के कुछ घरों में किराये में रह रहे लोगो द्वारा किया जा रहा है जहां मकान छोड़ते वक्त पुलिस के धौंस से पैसे वापस ले लिए जाते है।
बता दें लॉक डाउन के बाद अधिकांश परीक्षाएं अब ऑनलाइन ही हो रही है जिसके चलते लोग बीच मे ही रूम छोड़ जाना चाहते है जब मकान मालिकों द्वारा आधे बीच मे पूरे महीने का किराया मांगा जाता हैं तब ये किसी भी पुलिस को लाकर जमा पैसा वापस लेने का हथकंडा अपना रहे है।
मकान मालिकों ने बताया कि जब स्टूडेंट्स किराये पर रूम लेने आते है तभी उन्हें रहने की नियम शर्तों से अवगत कराकर पुलिस वेरिफिकेशन भी कराया जाता हैं जिससे पूरा विवरण वहां भी मौजूद रहे। बावजूद रूम खाली करने के समय मे इन दिनों पुलिस के सहारे किराए की रकम छोड़वाने अथवा प्रारंभ में जमा की राशि वापस लेने का नया नया पैतरा अपनाया जाता है। ऐसे में अब शहर के कुछ मकान मालिक जरूरत मंद लोगो को भी पुलिस के खौफ में मकान देने से डरने लगे है।