अंधविश्वास से जुड़ी एक हृदय विदारक घटना झारखंड से सामने आई है ,जिसमें एक परिवार के 5 लोगों की डायन के शक में कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी गयी.अंधविश्वास में पड़ कर किसी जान लेना अति निंदनीय और शर्मनाक है.इस जघन्य कांड में शामिल सभी लोगों पर कठोर कार्यवाही हो .
डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि झारखंड के आदिवासी इलाके कामडारा के बुरुहातू आमटोली गांव में पिछले कुछ दिनों से कुछ पशुओं के मरने पर गांव के एक ओझा ने ‘डायन’ का प्रकोप होने की बात कही,तथा नाम भी चिन्हित कर दिए, और इस मामले में 5 लोगों के जघन्य हत्या की खबर है, जिनमें एक पांच साल का मासूम बच्चा भी शामिल है। बीते 4 महीने में डायन के शक में झारखंड के बुरुहातू-अमतोली पहाड़ के पास ग्रामों में 8 लोगों की डायन के अंधविश्ववास के चलते हत्या हो चुका है। बताया जाता है कि गाँव में पिछले कुछ दिनों से पशुओं की मौतें हो रही थी ,जब गाँव में पशुओं की मौत का जब कोई कारण नहीं पता चला तो ग्रामीण गांव के ओझा के पास गये और जब ओझा ने इस में ‘बुरी शक्तियों’ का हाथ होने की बात कही।
इसके बाद 23 फरवरी को ग्राम सभा हुई और ओझा मथुरा टोपनो ने कुछ लोगों के नाम बताए। इसकी अगली सुबह एक बुजुर्ग व्यक्ति ने जोसफिना टोपनो नाम की 55 वर्षीय महिला का शव उसके ही कच्चे घर के बाहर देखा। अंदर जाने पर उसके पति निकोदिम का शव मिला। इसके अलावा बगल के कमरे में तीन और शव मिले।
यह शव निकोदिम के बेटे , बहू सिलवंती और उनके 5 साल के पोते अलबिन के थे। कहा जा रहा है कि, ओझा मथुरा की ओर से सुबह नाम बताए जाने के करीब 12 घंटे बाद इन लोगों की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गई। इस मामले में गिरफ्तार किए गए
यही नहीं इस घटना के बाद भी कई लोगों ने कहा कि उनके गांव में काले जादू का साया है झारखंड के आदिवासी इलाकों से अकसर ऐसी खबरें आती हैं। अंधविश्वास के चलते 5 लोगों की इस निर्मम हत्या के मामले को लेकर गांव के लोगों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि कई लोगों ने यह जरूर कहा कि उनके गांव में किसी ‘बुरी शक्ति’ का असर हुआ है। गांव की बात करें तो एक हाई स्कूल है, पंचायत भवन है और 5 मिशनरी स्कूल हैं। इसके बावजूद भी ग्रामीण अंध विश्वास पर भरोसा करते हैं बाद में पुलिस ने हत्या के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। गुमला के एसपी ने बताया कि डायन बिसाही के शक में पूरे परिवार की हत्या की गई , घटना से पहले गांव में एक पंचायत हुई थी। इसमें 80 लोग शामिल हुए थे। इसी पंचायत में हत्या की रणनीति तैयार की गई थी। बैठक के बाद वारदात को अंजाम देने के लिए 8 ग्रामीण तैयार हुए थे। हत्या से पहले सभी ने शराब पी। इसके बाद कुल्हाड़ी से सभी को काट दिया।
पुलिस के अनुसार कि आरोपी पिता निकोदिन तोपनो (55) और मां जोसफिना डहंगा (48) की हत्या के इरादे से गए थे। इनकी हत्या करने के बाद ये लौट रहे थे। इसके बाद इन्हें ख्याल आया कि अगर बाकियों को छोड़ देंगे तो ये पुलिस में इनके खिलाफ शिकायत कर देंगे। इसके बाद आरोपियों ने मृतक के पुत्र बिसेंट तोपनो (35), पतोहू शीलवंती तोपनो (30) और उसके 5 साल के बच्चे अलवीन तोपनो की भी हत्या कर दी कामडारा के आमटोली बुरूहातू गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या किये जाने के बाद उस परिवार में अब सिर्फ एक आठ साल की बच्ची अंचना तोपनो ही बच गई है। वह रांची में अपनी मौसी के घर में रहकर पढ़ाई करती है जो वारदात के दिन आमटोली बुरूहातू में नहीं थी
.डॉ . दिनेश मिश्र ने कहा कोई नारी डायन /टोनही नही होती. जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता .यह सिर्फ अंधविश्वास है, इस प्रकार किसी भी निर्दोष महिला को प्रताड़ित करना शर्मनाक तथा अपराध है .
हमारी प्रशासन से मांग है कि इस मामले में शामिल अन्य सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए उन्हें कड़ी सजा मिले .