प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से सरकार एक बार फिर एक्शन के मूड में आ गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना पर लगाम लगाने के लिए सख्ती करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन इस बार वे यह फैसला सबकी सहमति से लेंगे। इसके लिए गहलोत शुक्रवार शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए धर्म गुरुओं, सामाजिक संगठनों, डॉक्टरों और एक्टिविस्ट इस पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में सबकी राय से कोरोना पर लगाम लगाने के लिए क्या फैसले किए जा सकते हैं? यह तय किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का कहना है कि पूरे देश में कोरोना महामारी का संक्रमण फिर से बढ़ रहा है। कई राज्यों में हालात चिंताजनक हो रहे हैं। कोरोना की इस उभरती हुई दूसरी लहर से हमें प्रदेशवासियों को बचाना है। गहलोत का कहना है कि सभी पक्षों को साथ लेकर और आपसी समन्वय के साथ ही हम अब तक कोरोना से जंग को सफलतापूर्वक लड़ पाए हैं। आगे भी सभी के सहयोग से बेहतरीन प्रबंधन करेंगे।
मार्च में दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे है मामले
राजस्थान में कोरोना की रफ्तार मार्च में दोगुनी दर से बढ़ रही है। पिछले 18 दिनों में कुल 3765 केस सामने आ चुके हैं। फरवरी के मुकाबले ये दोगुना दर से बढ़ रहे हैं। फरवरी में रोजाना औसतन 102 केस राज्य में आ रहे थे, लेकिन मार्च में ये औसत बढ़कर 209 पर पहुंच गया है।