रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में मंत्री परिषद के सदस्यों के साथ प्रदेश में कोरोना टीकाकरण और कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बचाव के सभी उपायों और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जगह मास्क के उपयोग और शारीरिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करवाने कहा।
मंत्रि-परिषद की इस उच्च स्तरीय बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े। वहीं गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल मुख्यमंत्री निवास में बैठक में शामिल हुए। विधायकद्वय शिशुपाल शोरी और शकुन्तला साहू भी बैठक में मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री ने इसी महीने आने वाले होली पर्व के साथ ही शादी, अंत्येष्टि और अन्य सार्वजनिक आयोजनों के संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गृह, स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पर्यटन और सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड संक्रमितों की पहचान के लिए रोजाना जांच की संख्या बढ़ाने कहा। उन्होंने संक्रमितों के इलाज के लिए सभी कोविड अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में आक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों के साथ ही अन्य सभी सेवाओं की चाक-चौबंद व्यवस्था रखने कहा। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के को-मोरबिडिटी वालों के टीकाकरण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लई, गृह विभाग और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी., उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन, स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी उपस्थित थीं।