शहीद भोज सिंग टाण्डिल्य के प्रतिमा अनावरण में पहुँचे छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि आज उन्हें यहां आकर शहीद के कार्यक्रम में शामिल होकर पुण्य कमाने का मौका मिला। लखमा ने कहा कि आज केबिनेट का महत्वपूर्ण बैठक था, मैने सीएम को अनुमति मांगा की देवभोग में शहीद के प्रतिमा का अनावरण करने जाना है,उन्होंने हाथ उठाकर कहा आप जाओ, गृहमंत्री ने भी अनुमति दिया। सीएम भूपेश की तारीफ मंच से करते हुए कांग्रेस सरकार की उपलब्धियो को भी मंत्री ने गिनवाया।
शहीद परिवार को नमन किया
लखमा ने कहा कि माँ बाप को बुढ़ापे में बेटा सहयोग करेगा ऐसी सबकी अपेक्षा होती है,लेकिन शहीद भोज समय से पहले चले गए,वही भोज को भगवान ने सीधे अपने पैर में आशीर्वाद दिया है। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी हमेशा देश के लिए शहादत दिया है। शहीद के माता पिता ने बहुत ज्यादा भरोशा भूपेश सरकार पर जताया था कि सीएम या फिर कोई मंत्री प्रतिमा का अनावरण करेगा,और हम भी उनके भरोशे पर खरा उतरें। कांग्रेस के नेताओ ने भी जीरम में अपनी शहादत दी। प्रदेश की जनता के सुरक्षा के लिए लड़ते हुए भोज शहीद हुए। उनकी शहादत को कभी भुलाया नही जा सकेगा। वही मंत्री ने आमजनों के साथ मौन भी धारण किया और शहीद को श्रद्धांजलि दी। वही शहीद के परिजनों के साथ ही क्षेत्र वाशियों के मांग के अनुरूप आईटीआई कॉलेज को शहीद के नाम पर किये जाने की मांग मंच पर मंत्री जी से की गई। जिस पर मंत्री के द्वारा आईटीआई कॉलेज को शहीद के नाम पर करने की घोषणा मंच से की गई। की गयी।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा
कि तीन वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अनावरण हो पाया। सीएम या आपके हाथों में अनावरण करना चाह रहे थे,श्री नेताम ने मंत्री कवासी लखमा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज मंत्री जी कैबिनेट का मीटिंग छुट्टी लेकर पहुँचे है। उन्होंने कहा कि करचिया के सपूत ने पांच साल तक कर्तव्य निष्ठा के साथ देश और प्रदेश का सेवा किया। शहादत के दौरान श्रद्धांजलि देने के भीड़ उमड़ पड़ी थी। ड्यूटी के प्रति वे हमेशा कर्तव्यनिष्ठ थे। कार्यक्रम को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंग साहू ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कांग्रेस के नेता सुखचंद्र बेसरा,ब्लॉक अध्यक्ष भूपेंद्र मांझी,दुर्गाचरण अवस्थी,अरुण मिश्रा,अरुण सोनवानी,धन सिंग मरकाम,नवीन सेन,युवा ब्लॉक अध्यक्ष भविष्य प्रधान,नवीन सेन के साथ ही सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसी गण मौजूद थे।