लगातार रेत खदान में पोकलेन मशीन से अवैध खनन, खनिज विभाग खामोश
शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी रेत खदानों में पोकलेन मशीनों के उपयोग पर रोक नहीं लग रही है।
कांकेर. शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी रेत खदानों में पोकलेन मशीनों के उपयोग पर रोक नहीं लग रही है। चारामा क्षेत्र के अंतर्गत बड़े पैमाने पर रेत का उत्खनन किया जा रहा है। चारामा मे पहुंचे खनन माफिया दो-दो मशीन लगाकर खुलेआम रेत निकाल रहे हैं। जबकि कुछ दिन पहले कांकेर कलेक्टर की फटकार पर जिला प्रशासन ने तत्काल मशीनों के उपयोग पर रोक लगा दिया था। कुछ दिन तक रेत उत्खनन का काम बंद रहने के बाद मशीनों का उपयोग शुरू हो गया है। बताया जा रहा कि सत्ता पक्ष के कुछ सफेदपोशों के दबाव में प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।
रेत के अवैध करोबार में करोड़ों का खेल हो रहा है। रेत के काले कारोबार में सफेदपोशों का सरंक्षण मिल रहा है। बड़ी संख्या में हाइवा और पोकलेन से खनन हो रहा था।
टीम ने मशीन के उपयोग की जानकारी चाही तो खनन माफिया बोले प्रदेश में हमारी सरकार है। सरकार ने हमें रेत खनन के लिए अनुमति दिया है। खनिज विभाग से अनुमति लेकर खनन कर रहे हैं। दुर्ग / भिलाई से खनन करने के लिए आए हैं। उच्चाधिकारियों की सेवा करते हैं। मशीन पर हमें रोक नहीं है। खनन माफियों ने कहा सरकारी दर पर ग्राम पंचायतों में रायल्टी जमा कर रहे हैं। दो से तीन हजार रुपए यहां काम करने वाली टीम के पास प्रति चक्कर हाइवा की दर से जमा हो रहा है। मशीन से रेत भरने का अलग पैसा लिया जा रहा है। चाहे जहां शिकायत करना हो कर लें रेत खनन का कार्य मशीन से यहां चलेगा।
चारामा नगर पंचायत में बड़े पैमाने पर खनन
जिले में सबसे अधिक रेत का अवैध कारोबार चारामा नगर पंचायत की खदान में किया जा रहा है। महानदी की रेत पर खुलेआम डांका डाला जा रहा है। चारामा में रेत खदान स्वीकृत है। जबकि खनन चिन्हांकित स्थान से बाहर खुलेआम किया जा रहा है। सूरज ढलते ही महानदी में चार-चार पोकलेन उतर रही है। हजारों हाइवा से रेत का खुले आम लूट हो रही है। यानी लाखों की रेत प्रतिदिन निकल रही है। जबकि नगर पंचायत में नाम मात्र रायल्टी जमा हो रही है। चारामा की रेत खदान में सफेदपोश खुद लगे हुए हैं।
माहुद भिरोद में चल रही मशीन
अभी हाल ही में आधी रात को भिरोद की रेत खदान में खनन माफिया ने दो दो पोकलेन लगाकर खनन कर रहे है खनिज विभाग से मिलीभगत कर मशीन का उपयोग कर रहे हैं। शाम होते ही जंगल से दो पोकलेन मशीन उतर रही हैं और चुपके से खनन हो रहा है। इसी तरह से चारामा से लेकर सरंगपाल तक चलने वाली रेत खदानों में भी अवैध कारोबार किया जा रहा है। खनिज विभाग के अफसर मौन हैं।