ऑटो डेस्क। देश में वाहन का इंश्योरेंस लेने के लिए लोग कई सप्ताह तक ऑनलाइन रिसर्च करते हैं। हम हमेशा से कार के इंश्योरेंस को लेकर बात करते हैं, लेकिन बाइक के इंश्योरेंस को लेकर कभी चर्चा नहीं करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हम आज बाइक और स्कूटर के इंश्योरेंस पर बात करने जा रहे हैं। इस बात से सभी परिचित हैं, कि दोपहिया वाहन भारतीय सड़कों पर परिवहन के सबसे लोकप्रिय साधनों में से एक हैं। लेकिन इस लोकप्रिय साधन का दुर्घटनाओं से भी गहरा नाता है। खैर, इस समस्या के समाधान के लिए हम आपके लिए लेकर आएं हैं कुछ टिप्स। जिन्हें अपनाकर आप अपने वाहन का किफायती बीमा खरीद सकते हैं।
क्यों जरूरी है टू व्हीलर इंश्योरेंस : 2016 में दोपहिया वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या लगभग 44,000 है। इस आंकड़े को देखने के बाद आपको बीमा पॉलिसी खरीदने की आवश्यकता पर सोचने की कोई खास जरूरत नहीं होनी चाहिए। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार मोटर बीमा अनिवार्य है। इसलिए बीमा के बिना बाइक की सवारी करना कानूनन दंडनीय अपराध है।
बताते चलें कि, कानून के अनुसार केवल थर्ड पार्टी बीमा अनिवार्य है, और लोग प्रीमियम पर बचत करने के लिए भी थर्ड पार्टी कवर खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि यह समझना महत्वपूर्ण है कि इस बीमे से आपको कोई खास फायदा नहीं होने वाला है। इसलिए हमेशा अपने वाहन को सही बीमा खरीदें।
कैसे चुनें सही बीमा
1. इससे पहले कि आप अपने वाहन के बेस्ट इंश्योरेंस की तलाश शुरू करें। बता दें, कि आपको आवश्यकता और बजट के आधार पर तुलना करने की जरूरत है। बाइक बीमा कवरेज के आधार पर दो प्रकार का होता है-थर्ड-पार्टी कवर और कंप्रिहेंसिव कवर। जैसा कि हमनें आपका बताया कि अपने वाहन के लिए उस बीमा को चुनें जो कवरेज प्रदान करता हो।
2. IDV वाहन का वर्तमान बाजार मूल्य है। आईडीवी पॉलिसी खरीदने के समय तय की गई अधिकतम बीमा राशि है, यह वह राशि है। जिसका भुगतान दोपहिया वाहन के कुल नुकसान या चोरी होने की स्थिति में किया जाएगा। जैसे जैसे आपका वाहन पुराना होगा आपके आईडीवी (IDV) Insurance Declared Value में कमी आएगी। जिसके चलते प्रीमियम साल-दर-साल कम मिलेगा।
3. हमेशा एक भरोसेमंद बीमा कंपनी की तलाश करें। बीमाकर्ता द्वारा किए गए दावे की सत्यता के लिए रिसर्च करें। आखिर में एक ऐसी कंपनी को चुनें जो भविष्य में दुर्घटना होने पर आपको आसानी से बीमा पॉलिसी का लाभ मुहैया करा सके।
नोट: वाहन के इंश्योरेंस से पहले ऑनलाइन रिव्यू पढ़ना ना भूलें। बीमा खरीदते समय उपरोक्त बातों को ध्यान में रखें। इसके साथ ही अपनी पॉलिसी को समय पर रिन्यू भी करवाएं।