नारायणपुर। जिले के कड़ेनार और मंदोडा के पास नक्सलियों ने डीआरजी जवानों से भरी बस को निशाना बनाया है। इस घटना में 5 जवान शहीद हो गए। घटना में दो जवानों के गंभीर रूप से घायल और 12 अन्य जवानों को मामूली चोट आई है। घायल जवानों को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से शाम को रायपुर लाया गया।
शहीद जवानों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
नारायणपुर में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को आज श्रद्धांजलि दी जाएगी। वहीं आज पुलिस अधिकारी ग्राउंड जीरो पर जाएंगे। डीजीपी डीएम अवस्थी भी आज नारायणपुर जाएंगे और स्थिति की जानकारी लेंगे। सुंदरराज ने नक्सली हमले को लेकर बताया कि ‘‘डीआरजी के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। अभियान के बाद जवान एक बस में से नारायणपुर जिला मुख्यालय वापस लौट रहे थे। रास्ते में कन्हरगांव-कड़ेनार मार्ग नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया।
शहीद जवानों का नाम
प्रधान आरक्षक – पवन मंडावी
प्रधान आरक्षक – जयलाल उइके
आरक्षक – सेवक सलाम
सहायक आरक्षक – विजय पटेल
आरक्षक (चालक) – करण देहारी
मिली जानकारी के अनुसार जवानों की टीम दंतेवाड़ा जिले के बोदली और नारायणपुर जिले के कड़ेमेटा के जंगलों में दो दिवसीय ऑपरेशन के लिए निकली थी। इस टीम में 90 डीआरजी भी शामिल थे। मंगलवार दोपहर जवानों की टीम जंगल से लौटकर कड़ेमेटा कैंप पहुंची। इसके बाद डीआरजी नारायपुर के जवानों को बस से जिला मुख्यालय के लिए रवाना किया गया। वहीं, शाम लगभग 4.15 बजे जवानों की बस को घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने कड़ेनार कैंप से करएीब तीन किलोमीटर की दूरी पर मरोड़ा गांव के पास निशाना बनाया और ब्लास्ट किया। इसके बाद जवानों से भरी बस अनियंत्रित होकर गड्ढे में जा गिरी।
डीआरजी के जवानों पर दूसरा बड़ा हमला
छत्तीसगढ़ में बीते एक वर्ष के दौरान नक्सलियों ने डीआरजी के जवानों पर दूसरा बड़ा हमला किया है। इससे पहले पिछले वर्ष 21 मार्च को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में डीआरजी के 12 जवानों समेत 17 जवान शहीद हो गए थे।