रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना से होने वाली कुल मौतों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो सालभर में आंकड़ें चार हजार पार हो चुके हैं। सालभर के भीतर इतनी संख्या में हुई मौतें भले ही खौफ की वजह ना बनें, लेकिन ताजा स्थिति में जो हालात सामने आ रहे हैं, वह ज्यादा डराने वाले हैं। बीते दिनों तक प्रतिदिन अधिकतम 5 मौतें हो रहीं थी, वह भी गंभीर स्थिति की वजह से, लेकिन हाल के दिनों में यह आंकड़ा 20 पहुंच गया है।
आज लाॅक डाउन की पहली बरसी है। देश में आज की ही वह तारीख थी, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर लाॅक डाउन किया गया था और लगातार 64 दिनों तक पूरा देश लाॅक डाउन रहा। इसके बाद भले ही देश को अनलाॅक करने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन अनलाॅक होते देश के साथ ही कोरोना मरीजों की तादाद भी उतनी ही तेजी से बढ़ती चली गई।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वह दौर भी आया था, जब एक ही दिन में एक हजार के करीब मरीज मिले हैं। प्रदेश में ढ़ाई हजार से ज्यादा मरीज रिकार्ड हुए हैं। बीते दिनों हालात में सुधार आया था, लेकिन एक बार फिर वही दिन लौट गए हैं, जब एक ही दिन में 2000 से ज्यादा मरीज निकलकर सामने आ रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसी बीच कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया है, जिसके मुताबिक देश में छत्तीसगढ़ तीसरे पायदान पर है, जहां कोरोना पीड़ितों की सर्वाधिक मौत हो रही है।