ये खबर आपको झकझोर सकती है । डरा सकती है। सोचने पर मजबूर कर सकती है। हमारा इस खबर को दिखाने का मकसद सिर्फ इतना है कि आप सभी अपने जीवन अपने परिवार के प्रति थोड़े गंभीर हो जाएं। क्योंकि इस खबर ने कहीं ना कहीं एक खतरे की घंटी बजा दी है।
कोरोना का संक्रमण कितना खतरनाक हो सकता है इसकी बानगी भिलाई सेक्टर 4 में देखने को मिली। ट्वीनसिटी (twincity) में ऐसे तो रोजाना कोरोना कहर बनकर बरस रहा है। लेकिन जो इस परिवार(family) के साथ हुआ वो शायद किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था।कोरोना (corona) ने एक हंसते-खेलते और जिम्मेदार परिवार को महज 240 घंटों में ही तहस नहस कर दिया। कोरोना के कारण दंपती समेत उनके उम्र दराज दो बेटों की मौत हो गई। वहीं परिवार में दो पोते और उनकी बहू संक्रमित हैं।
कैसे फैला परिवार में संक्रमण?
इस परिवार में सबसे पहले मुखिया हरेंद्र सिंह रावत जिनकी उम्र 78 साल की थी संक्रमित (infection) हुए। इलाज के दौरान हरेंद्र सिंह(harendra singh) ने 16 मार्च को दम तोड़ा। इसके बाद इस बेरहम वायरस (virus) ने हरेंद्र के बड़े बेटे मनोज सिंह को अपनी चपेट में लिया जिनका इलाज रायपुर के एम्स अस्पताल (aims hospital)में चल रहा था। लेकिन एम्स में इलाज के दौरान मनोज सिंह की सांसें उखड़ गई। 21 मार्च को हरेंद्र भी दुनिया छोड़कर चले गए। इसके बाद आई 25 मार्च। जो इस परिवार को और भी बुरा सदमा देने वाला था।क्योंकि इस दिन हरेंद्र की पत्नी कौशिल्या(Kausilya) जिनकी उम्र 70 साल थी और उनका छोटा बेटा मनीष (44 साल) ने शाम को अचानक दम तोड़ (death) दिया। यानी एक के बाद एक इस परिवार ने 4 मौतें झेली।
ALSO READ- सरकार ने दिखाई सख्ती… तेजी से बढ़ रहा कोरोना… नहीं संभला तो 2 अप्रैल से लाॅक डाउन
एक बेटे ने लगाई थी कोरोना की पहली डोज
इन मौतों में गौर करने वाली बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर से पहले मनोज सिंह ने 4 मार्च को ही वैक्सीन की पहली डोज (vaccine) लगवाई थी। लेकिन फिर भी उन्हें कोरोना ने अपनी आगोश में लेकर दर्दनाक मौत दे दी। रावत परिवार के सदस्यों की अचानक मौत से परिजनों समेत पूरा क्षेत्र सदमे में है। वहीं अब परिवार के दूसरे सदस्यों ने राज्य सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहे हैं। क्योंकि परिवार का पेट पालने वाले सभी एक-एक करके दुनिया छोड़कर चले गए हैं।
कोरोना की दूसरी लहर से दुर्ग में हालात बदतर
कोरोना की दूसरी लहर की यदि बात की जाए तो छत्तीसगढ़ (chattishgarh) में सबसे ज्यादा दुर्ग जिले लोग संक्रमित हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में 3921 लोग संक्रमित होकर अस्पातल या फिर घर में आईसोलेट(isolate) हो चुके हैं। वहीं इनमे 35 लोगों की जान भी गई है।जिससे अब हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। यदि आंकड़ों में गौर करें तो आपको पता लगेगा कि किस तरह से कोरोना (corona) का दायरा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है।
दिन ब दिन |
केस की संख्या |
मौतों की संख्या |
19 मार्च |
320 |
2 |
20 मार्च |
391 |
4 |
21 मार्च |
345 |
2 |
22 मार्च |
468 |
8 |
23 मार्च |
691 |
6 |
24 मार्च |
793 |
9 |
25 मार्च |
913 |
4 |