बेमेतरा:- प्रदेश गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी के सख्त निर्देश व आदेश के बावजूद इन दिनों बेमेतरा ज़िले के साजा थाना क्षेत्र के ग्राम कोदवा, बेमेतरा सिटी कोतवाली के ग्राम देवरबीजा एवं परपोड़ी थाना क्षेत्र का मुख्य नगर प्रतिबंधित सट्टेबाज़ी के खेल से अपनी छवि खराब करा रहा है।यहां तीनो इलाको ज़िले में आकड़ो के खेल सट्टेबाजी का बड़ा हब व केन्द्र बनकर उभर रहे है।तीनो इलाको के चुनिंदा जगहों पर पुलिस की नाक के नीचे सट्टे का अवैध कारोबार पनप रहा है।वही जिम्मेदार ऑफिसर नाक रगड़ रहे है।जिससे सटोरियों के हौसले बुलंद है और वे खुलेआम अपने अवैधानिक कार्य का संचालन बड़े स्तर फैलाकर सामाजिक वातावरण को दूषित कर रहे है।जिस पर जिला पुलिस प्रशासन भी बेपरवाह है।जबकि नियमतः ऐसे अवैध गोरखधंधों पर कार्यवाही करने का पुलिस मुख्यालय द्वारा सख्त फरमान है।इसके बावजूद संरक्षण में पल रहे सटोरिये खुद प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे जी के क्षेत्र में दाँवबाजी व सट्टेबाज़ी कर उनकी छवि को खराब कर रहे है।जिसमे खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन क्षेत्रों में सटोरियों को खुलेआम संरक्षण देने में जिम्मेदार पुलिस अफसरों एवं जनप्रतिनिधियों के ही हाथ है।पुरा खेल चंद पैसे के मोहताज़ में जेब गरम होने से जिम्मेदार अफ़सर कार्यवाही न कर संरक्षण प्रदान करते है।वही दबाव पड़ने पर मुख्य सरगना व गुर्गे को पकड़ने के बजाए छोटे मोटे पट्टी लिखने वालों पर हल्की फुल्की खानापूर्ति कर औपचारिकता निभा कर बड़े खाईवालों को बचाते हुए जिम्मेदार अपने माई-मौसी का हक़ अदा करते है, जिसमे प्रतिमाह लम्बी रकम भी सटोरियों की ओर से संरक्षणकर्ताओं को खुश करने के लिए दिया जा रहा है।जो कि अपने कर्तव्य और सेवा के साथ विश्वासघात व धोखा है।जिससे पुलिस प्रशासन पर भी अब सवाल उठना लाजिमी हो गया है।क्योंकि कोदवा-देवरबीजा एवं परपोड़ी में काफी लंबे अरसे से सट्टे का कारोबार फैला हुआ है।जिस पर जिला कप्तान द्वारा उचित कार्यवाही की दरकार है।जिसके प्रति आम नागरिक पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया के लिए आशावणा है।