रायपुर। सन् 1857 स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम शहीद वीरनारायण सिंह पर हिंदी फिल्म बन रही है. इस फिल्म का आज पहला टीजर जारी किया गया. छत्तीसगढ़ के महान क्रांतिकारी शहीद वीरनारायण सिंह पर यह पहली हिंदी फिल्म है. फिल्म का निर्माण रॉकेट रेज की ओर से किया जा रहा है.
फिल्म निर्देशन अविनाश बावनकर कर रहे हैं. फिल्म में शहीद वीरनारायण सिंह की भूमिका में आर्यपुत्र हैं. फिल्म में के निर्माता-निर्देशक से लेकर मुख्य कलाकार सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. वहीं कुछ कलाकार मुंबई और दक्षिण भारत से भी हैं.
फिल्म के निर्देशक अविनाश बावनकर बताते हैं कि वे बचपन से वीर नारायण सिंह की कहानियां सुनते आ रहे थे. वे वीर की वीरता और क्रांति से बेहद प्रभावित रहे हैं. वे जब भी रायपुर के जयस्तंभ चौक से गुजरते तो उनको यह स्थल वीर नारायण सिंह के सर्वोच्च बलिदान की याद दिलाते हुए 1857 के काल में ले जाया करता था. मेरे मन में हमेशा से यह इच्छा रही कि वीरनारायण सिंह फिल्म बनाऊँ. मेरी यह चाहत पूरी होने जा रही है. मैंने कई एड फिल्म, टेली फिल्म और डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का निर्माण किया है, लेकिन मुझे आज खुशी हो रही है उसे बयां नहीं कर सकता. डायरेक्शन ऑफ़ फोटोग्राफी में मुंबई के उमेश पाण्डेय और एक्सिक्यूटिव प्रोडूसर में आदित्य गर्ग टीम का हिस्सा हैं. एक्शन की बागडोर दक्षिण भारतीय फिल्मों के मशहूर एक्शन मास्टर देवराज न्यून हैं.
फिल्म में शहीद वीरनारायण सिंह की भूमिका निभा रहे आर्यपुत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में प्रारंभिक शिक्षा के बाद इंजीनियरिंग के लिए वे नागपुर और पुणे चले गया था. लेकिन उसे हमेशा कला का क्षेत्र ही पसंद रहा है. वह फिल्मों में एक्टिंग करने का शौक पाले रखा है. अपने इसी शौक को कॉलेज थियेटर के जरिए पूरा करते रहे.
हालांकि पारिवारिक पृष्ठभूमि बिजेनस का रहा. पढ़ाई के बाद वह बिजनेस को संभालने में जुट गया. लेकिन फिर अभियन का शौक बना रहा. एक बार विदेश यात्रा के दौरान अविनाश बावनकर से मुलाकात हुई और इस तरह से वे फिल्म का हिस्सा हो गए. आर्यपुत्र का कहना है कि “वीर नारायण सिंह बैटल ऑफ़ सोनाखान” फिल्म के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नायक को हम विश्व के सामने लाना चाहते हैं. फिल्म का प्रदर्शन 13 अगस्त को पूरे भारत में एक साथ किया जाएगा.