कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 28 मार्च से पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। इस दौरान सभी मॉल्स रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को ऑनलाइन मीटिंग कर सभी जिलों के कलेक्टर को इसके निर्देश दिए। यह फैसला भीड़ को एक जगह इकट्ठा होने से रोकने और संक्रमण की रफ्तार कम करने के लिए लिया गया है।
मीटिंग के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन लगाने का उनका इरादा नहीं है, लेकिन राज्य में जिस तरह से कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं, इससे हम उसी रास्ते पर जा रहे हैं। उन्होंने सभी कलेक्टरों से कहा कि वे अस्पतालों में बेड, दवा और मेडिकल फैसिलिटी का पर्याप्त इंतजाम करें।
सख्ती वक्त की मांग
CM ने कहा कि ब्रिटेन जैसे देश में दूसरी लहर और ढाई महीने के लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे चीजों को फिर से खोला जा रहा है। हमारे यहां भी अब वही स्थिति बन रही है। जनता को यह महसूस करने की जरूरत है कि खतरा दूर नहीं हुआ है, यह बढ़ गया है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह कहना मुमकिन नहीं है कि आने वाले समय में यह संख्या कितनी बढ़ जाएगी। ऐसे में सख्त उपायों पर विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि यदि किसी जिले में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो लॉकडाउन लगा सकते हैं, लेकिन इसे अचानक लागू न करें।
खतरे से बचने पाबंदी
CM ने साफ किया कि यदि लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो भविष्य में कड़े प्रतिबंध लगाने होंगे। सरकार ने अपने कर्मचारियों के साथ-साथ ऑफिस टाइमिंग में बदलाव के संबंध में निजी ऑफिसों को निर्देश जारी किए हैं। नियमों का कड़ाई से पालन हो रहा है या नहीं, जिला प्रशासन को इसकी निगरानी करनी चाहिए। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि मॉल, बार, होटल, सिनेमाघरों जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर गाइडलाइंस लागू नहीं की गई हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़ न हो इसके लिए सामाजिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर पाबंदी रहेगी।