रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के तांडव से इंकार नहीं किया जा सकता। एक तरफ जहां नए संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, तो दूसरी तरफ मौतों के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रदेश में कोरोना का स्तर भयावह हो चुका है, जिसे सरकार भी मानती है और इसके नियंत्रण के लिए उचित प्रयास भी किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक किए गए प्रयासों में किसी तरह की सफलता नहीं मिल पाई है।
हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए स्कूलों और काॅलेजों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। साथ ही कक्षा 10 वीं और 12 वीं को छोड़कर सभी कक्षाओं के बच्चों को जनरल प्रमोशन दिए जाने की भी घोषणा कर दी है।
छत्तीसगढ़ सरकार के इस आदेश की आड़ लेकर एक फर्जी आदेश भी सर्कुलेट किया गया है, जिसमें 10 वीं और 12 वीं कक्षाओं के बच्चों को जनरल प्रमोशन दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री और छग लोक शिक्षण संस्थान की ओर से ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। शासन ने इस सर्कुलर को झूठा करार दिया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि प्रदेश में 10 वीं और 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं यथावत रहेंगी, इसमें किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया है और ना ही जनरल प्रमोशन दिए जाने का उल्लेख है।