छत्तीसगढ़ में कोरोना किस कदर कहर बरपा रहा है, किसी से छिपा नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक विषय को लेकर चिंतित हैं और नियंत्रण को लेकर मंथन और मंत्रणा कर रहे हैं। जिलों में कलेक्टरों ने धारा 144 लागू किया है, ताकि कुछ हद तक नियंत्रण में सफलता मिल सके। लेकिन छत्तीसगढ़ के कोंडागांव से सामने आई तस्वीरें कुछ और ही कहानी कह रही हैं।
तस्वीरें जो सामने आईं हैं ना तो एडिटेड हैं और ना ही पुरानी, बल्कि तरो-ताजा है। इस तस्वीर में प्रदेश कांग्रेस के मुखिया मोहन मरकाम हैं और उनके साथ जिले के कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा के साथ उनके मातहत अधिकारी। जबकि खुद कलेक्टर के निर्देश पर कोंडागांव में धारा 144 प्रभावी किया गया है। साथ ही जारी दिशा निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि इस दौरान किसी तरह से सार्वजनिक, राजनीतिक, धार्मिक या अन्य कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सकता।
कलेक्टर मीणा ने अपने आदेश का उल्लंघन खुद ही किया है और इसमें बड़ी बात यह है कि पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी मौजूद हैं। यह एक सार्वजनिक कार्यक्रम ही था, जिसका आयोजन एक दिन पहले शनिवार 27 मार्च को किया गया। जिले में एक साथ 5 से ज्यादा लोगों को खड़े होने की इजाजत नहीं है। मगर शनिवार को इस गांव में दिनभर सभा होती रही। हद तो ये हो गई कि प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करने वाले कलेक्टर खुद ही इस कार्यक्रम में मेहमान बनकर पहुंचे हुए थे।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान ना तो सोशल डिस्टेंशिंग का ध्यान रखा गया और ना ही माॅस्क पहनने का। तस्वीर में साफ है कि खुद पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने मास्क नहीं पहना है। वहीं सैकड़ों लोग जो सभा में शामिल हुए, उनमें से ज्यादातर लोग बगैर मास्क के आपस में सटकर बैठे हुए तो कभी खड़े हुए नजर आए।