नई दिल्ली। एक दिन बाद यानी सोमवार को रंगो वाली होली खेली जाएगी, लेकिन हर्ष और उल्लास के इस त्योहार पर इस साल भी कोरोना का ग्रहण लग गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत कुछ राज्यों में इस तेजी के साथ महामारी फैल रही है कि रंगों के त्योहार का उमंग फीका पड़ गया है। लोगों को हर समय संक्रमित होने का डर सताने लगा है। इसकी ठोस वजह करीब साढ़े पांच महीने बाद शनिवार को देश में सामने आए सर्वाधिक नए मामले हैं। पिछले 10 दिनों में नए दैनिक मामलों की संख्या दो गुना हो गई है। 16 मार्च को 24,492 मामले मिले थे, जबकि शनिवार को 62 हजार से ज्यादा नए मरीज पाए गए। तीन महीने बाद 24 घंटों में 291 मरीजों की मौत भी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 62,258 नए मामले सामने आए। इससे पहले पिछले साल 16 अक्टूबर को इससे ज्यादा 63,371 नए केस मिले थे। कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर एक करोड़ 19 लाख आठ हजार को पार कर गई है। लगातार 17वें दिन नए मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। देश में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,52,647 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.80 प्रतिशत है, जबकि मरीजों के ठीक होने की दर घटकर 94.85 प्रतिशत और मृत्यु दर घटकर 1.35 फीसद रह गई है। संक्रमण से 291 और मरीजों की मौत हुई है, जिनमें महाराष्ट्र में 112, पंजाब में 59, छत्तीसगढ़ में 22, केरल में 14 और कर्नाटक में 13 मौतें शामिल हैं। इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 1,61,240 हो गई है। वहीं, अब तक एक करोड़ 12 लाख 95 हजार से ज्यादा मरीज महामारी को मात भी दे चुके हैं।
शुक्रवार को 11.64 लाख नमूनों की जांच
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अनुसार 26 मार्च तक देशभर में 23 करोड़ 97 लाख 69 हजार 553 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इसमें शुक्रवार को जांचे गए 11,64,915 नमूने भी शामिल
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि छह राज्यों – महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश- में कोरोना के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और बीते 24 घंटों के दौरान सामने आए संक्रमण के 79.57 प्रतिशत मामले इन्हीं राज्यों से हैं। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 36,902 नए मामले सामने आए। उसके बाद पंजाब में 3,122 और छत्तीसगढ़ में 2,665 नए मामले मिले हैं। इनको मिलाकर कुल 10 राज्यों में नए मामले बढ़ रहे हैं।