पश्चिम बंगाल में भारी सुरक्षा और केंद्रीय बलों की तैनाती के बावजूद राजनीतिक हिंसा नहीं थम रही है। मंगलवार को पूर्व क्रिकेटर और मोयना विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अशोक डिंडा पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। पूर्वी मिदनापुर के मोयना में चुनाव प्रचार के दौरान उनकी कार पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि डिंडा को चोटें आई हैं। उनकी कार भी क्षतिग्रस्त हुई है। चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।
एक दिन पहले ही नंदीग्राम में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर भी हमले का प्रयास किया गया था। टीएमसी का झंडा थामे लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया था।
डिंडा के मैनेजर ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी नेता करीब 4:30 पर रोड शो से लौट रहे थे। तभी सैकड़ों गुडों ने लाठी, रॉड और पत्थरों के साथ उनपर हमला कर दिया। गाड़ी पर पत्थर फेंके गए, जिससे डिंडा के कंधे में चोट लगी है।
डिंडा के मैनेजर ने बताया, ”घटना मोयना बाजार के सामने हुई, जब हम रोड शो से लौट रहे थे। वहां एक टीएमसी का स्थानीय गुंडा शाहजहान अली था और उसके साथ सौ से ज्यादा लोग थे। उन्होंने लाठी, रॉड और ईंटों से हमला कर दिया। उन्होंने सभी रास्ते जाम कर दिए थे और बचने का कोई रास्ता नहीं था। दादा (डिंडा) बीच वाली सीट पर बैठे थे सौभाग्य से अपना सिर उस समय नीचे कर लिया जब एक बड़ा पत्थर शीशा तोड़ते हुआ अंदर आया।”
उन्होंने बताया कि घटना के बाद डिंडा के कंधे में बहुत दर्द है। टीएमसी ने आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि यह बीजेपी की अंदरुनी लड़ाई का नतीजा है। टीएमसी के जिला अध्यक्ष अखिल गिरी ने कहा, ”बीजेपी के पुराने नेता डिंडा को उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने उस पर हमला कर दिया। इस घटना से टीएमसी का कुछ लेनादेना नहीं है।