रायपुर। नया वित्तीय वर्ष 2021-22 शुरु होने में महज एक दिन का ही समय शेष रह गया है। इसके बाद देश के साथ प्रदेश में कई व्यवस्थाएं बदलने वाली हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के एक बड़े वर्ग को बड़ी राहत मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। आबकारी विभाग से मिल रहे संकेत के मुताबिक नए वित्तीय वर्ष में विदेशी शराब की कीमतों में भारी कमी की संभावना है।
संभावनाओं के तहत छत्तीसगढ़ में नये वित्तीय वर्ष में विदेशी शराब के दाम 30 प्रतिशत तक कम हो सकते हैं। इसके लिये सरकार शराब पर लगने वाली कुछ ड्यूटी को कम करने वाली है। देशी शराब के दाम इससे प्रभावित नहीं होंगे। इस वर्ष शराब की कोई दुकान बंद नहीं होगी। यह जरूर होगा कि शराब दुकानों की संख्या बढ़ाई भी नहीं जाएगी। राज्य सरकार हर साल आबकारी के लिये नई नीति बनाती है। इसमें शराब, भांग जैसी नशीली चीजों की बिक्री और उसपर करारोपण का प्रावधान होता है। अगले एक-दो दिनों में छत्तीसगढ़ सरकार अपनी नई नीति जारी करेगी।
ये प्रावधान छत्तीसगढ़ की नई आबकारी नीति का हिस्सा है। राज्य मंत्रिपरिषद इसे पहले ही मंजूरी दे चुका है। यह नीति अगले वित्तीय वर्ष यानी एक अप्रैल से लागू हो जाएंगे। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में नई नीति को अधिकृत तौर पर जारी कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है, सरकार विदेशी शराब से ड्यूटी कम करने वाली है। तर्क दिया जा रहा है कि कुछ प्रदेशों में शराब सस्ती होने की वजह से तस्कर वहां की शराब लाकर छत्तीसगढ़ में खपा रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही अनियंत्रित और घटिया अवैध शराब से लोगों की जान भी सांसत में है।
ऐसे में तय हुआ है कि ड्यूटी कम कर दी जाए ताकि तस्करी से मंगाई गई शराब लोगों के लिए महंगी पड़े। ऐसे में तस्करी कम हो जाएगी और सरकार का राजस्व बढ़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे थोड़ा नुकसान जरूर दिख रहा है, लेकिन शराब की खपत बढ़ जाने से राजस्व पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इस नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शराब दुकानों को लेकर है। नई नीति में किसी भी शराब दुकान को बंद नहीं करने की बात कही गई है। पिछले वर्ष तक सरकार हर वर्ष 50 दुकानें बंद करती रही है। प्रदेश में अभी देशी-विदेशी शराब की 662 दुकानें संचालित हैं।