देश के कुछ राज्यों में कोरोना ने जैसा तांडव मचाया है, उसे लेकर राज्य की सरकारों के माथे पर बल पड़ा हुआ है। खासतौर पर महाराष्ट्र की स्थिति बदतर हो चुकी है। हालांकि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पंजाब, केरल और गुजरात की स्थिति भी कम नहीं आंका जा सकता, लेकिन जिन परिस्थितियों से देश फिर गुजर रहा है, बेहद चिंतानजक है।
खासतौर पर महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति बेकाबू होती जा रही है। राज्य में रविवार को कोरोना के रिकॉर्ड 40 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए। इससे सरकार की चिंता बढ़ गई है और एक बार फिर से टोटल लॉकडाउन की तैयारी की जा रही है। कोरोना पर बनी टास्क फोर्स ने लॉकडाउन की सिफारिश भी कर दी है। इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से कहा कि तुरंत लॉकडाउन की स्ट्रैटजी बनाएं।
उद्धव ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में धारा 144 से काम नहीं चलने वाला। कर्फ्यू से भी कुछ नहीं होने वाला। अब लॉकडाउन ही एकमात्र विकल्प है। उद्धव के इस बयान के बाद माना जा रहा है अगले एक से दो दिन में महाराष्ट्र में टोटल लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में बेड की संख्या, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर्स की व्यवस्था के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली है।