सरकार ने छोटी बचत पर ब्याज दरों में कटौती करके आम लोगों को बड़ा झटका दिया है। बचत खातों, पीपीएफ, एफडी से लेकर बुजुर्गों के लिए बचत योजनाओं तक पर ब्याज दरों में कटौती कर दी गई है। नई दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी और 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेंगी।
बचत खातों में जमा राशि पर वार्षिक ब्याज को 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया गया है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर अब तक 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज मिलता था, जिसे घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया है। एक साल के लिए जमा राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी किया गया है। बुजुर्गों को बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी की जगह केवल 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज मिलेगा।
एक साल के लिए एफडी पर 5.5 फीसदी की जगह 4.4 फीसदी ब्याज मिलेगा तो 2 साल तक की जमा राशि पर अब 5.5 फीसदी की जगह 5 फीसदी, 3 साल के लिए जमा राशि पर 5.5 फीसदी की जगह 5.1 फीसदी, 5 साल के लिए एफडी पर 6.7 फीसदी की जगह 5.8 फीसदी ब्याज मिलेगा। वहीं, 5 साल की आरड पर 5.8 की जगह 5.3 फीसदी ब्याज मिलेगा। मासिक आमदनी खाते पर अब 6.6 फीसदी की जगह केवल 5.7 फीसदी ब्याज मिलेगा।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी की बजाय केवल 5.9 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी की जगह 6.4 फीसदी ब्याज मिलेगा तो मैच्योर होने की समय सीमा को 124 महीनों से बढ़ाकर 138 महीने कर दिया गया है। इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज दर को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया है।