धमधा:-धमधा सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में इन दिनों विघुत विभाग के लापरवाही के चलते कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकती है।जिस पर जिम्मेदार आला अधिकारियों को संज्ञान में होते हुए जगह जगह ट्रांसफर्मर खुला छोड़ दिये है। साथ में कई विघुत पोल विघुत प्रवाह तार जमीन के आस पास लटकते देखे जा सकते है।जिसके कारण सम्भवतः कभी न कभी अज्ञानवश या जाने अनजाने में बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।जिस पर जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकर्ण की नींद में सोकर विभाग की दुर्गति करा रहे है।जबकि हक़ीक़त में प्रदेश के मुखिया भूपेश सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ का ढिंढोरा पीटा गया। लेकिन इस दरकार के चलते बिल तो दूर बिजली को हाफ कर दिया गया है, समय समय पर घंटो बिजली गुल हो जाना आम बात हो गई है इन दिनों ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार जमीनी हकीकत ग्राम दानी कोकड़ी के ट्रांसफार्मर परोडा स्थित विघुत पोल अपने आप में अप्रियघाटना को अंजाम देने के लिए इंतजार कर रहे है। इसी प्रकार तितुघाट, सोनेसरार, करेली बसनी, नवागांव, भरनी, देवरी, पेंड्री, गोबरा, राहटादाह, मोतिमपुर, सिरनाभाठा इन ग्रामो में व्यवस्था चरमरा गई है कभी भी गंभीर घटना दुर्घटना घटेगी तो जवाबदार कौन रहेगा।दूसरी तरफ देखा जाए तो ग्रामीण अंचलों में दो फसलीय धान रोपाई का काम किया गया है।वाटरलेबल लेबल की कमी और अवघोसित विघुत कटौती से किसान काफी चिंतित और परेशान है धमधा के आसपास भीषण पेय जल समस्या वाटरलेबल काम होने से गहरा रही है तो दूसरी तरफ बोर खनन का कार्य निरंतर जारी है ट्रांसफार्मर में अधिक लोड पड़ने से बार बार ट्रिप होकर बिजली गुल हो रही है इस ओर अधिकारी कर्मचारी फील्ड में काम करने वाले वर्कर जान कर भी अनजान बन रहे है विघुत विभाग की लापरवाही से क्षेत्र में दो फसली धान टमाटर पपीता हरी सब्जियां में पर्याप्त मात्रा में सिंचित पानी प्रवाह नही होने से फसल भी चौपट होने के कगार पर है जन हित में आला अधिकारियों को चाहिए कि विघुत व्यवस्था जल्द दुरुस्त कर किसानों की फसल बचाया जा सके ।