देवकर:- देवकर नगर निकटवर्ती ग्राम मौहाभाठा में एक नया मामला प्रकाश में आ रहा है,जहां पर स्थानीय सरपंच की मनमानी व गैरकानूनी गतिविधियों से ग्रामवासी चिंतित है।जानकारी के अनुसार विगत कुछ महीनों से सुरही नदी के किनारे बसे ग्राम अतरझोला में रेत तस्करों व माफियाओं द्वारा दिन रात रेत निकालने का अवैध खेल चल रहा है।जिसे निकटवर्ती ग्राम मौहाभाठा में आदर्श गौठान किनारे डम्प किया गया है।जिसमे स्थानीय सरपँच प्रतिनिधि सुखीराम सोनकर का नाम कथित तौर पर प्रमुखता से सामने आ रहा है।चूंकि गाँव मे आदर्श गौठान के सामने यह अवैधानिक व गैरकानूनी गतिविधियां संचालित हो रही है,जिसमे गाँव का सरपँच प्रतिनिधि भी शामिल हो तो यह और भी गम्भीर हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक विगत कई महीनों से सुरही नदी के किनारे से रेत निकालने का काम सरपँच प्रतिनिधि द्वारा नियम कानून को ताक में रखकर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए किया गया। वही अब उस रेत को सरपंच अपनी दादागिरी कर गौठान के किनारे पर डम्प कर दिया है।जबकि गाँव पूरे जिले में आदर्श गौठान कर नाम से विख्यात है।जहाँ पर व्यवस्था की स्थिति बदतर है।गाँव में इस तरह की रेत तस्करो व माफियाओं द्वारा गैरकानूनी गतिविधि गाँव की छवि धूमिल कर रहा है।जिसमे सरपंच प्रतिनिधि का हाथ होना बड़ा गम्भीर मामला बन रहा है।
चूंकि इस सम्बंध में मौहाभाठा के सरपँच प्रतिनिधि सुखीराम सोनकर को दूरभाष के माध्यम से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया।लेकिन सरपँच द्वारा किसी भी प्रकार से जवाब नही दिया गया।वही गाँव के अन्य व्यक्तियों से सम्पर्क करने सभी ने सरपँच की रेत बताकर गाँव का पक्ष रखा।इनमे से एक व्यक्ति ने नाम न छापने के शर्त ओर बताया कि सरपंच प्रतिनिधि सुखीराम सोनकर पँचायत के सरपंच की तरह व्यवहार करते है।जो पंचायती राज अधिनियम के विपरीत है।वही उनके द्वारा रेत को निकालकर गौठान में रखा गया है, जिसकी शायद तस्करी करते है या पँचायत के निर्माण कार्यो में सरकार को चुना लगाकर खपाते है।जिससे गांव में उनकी गतिविधियों से गांव की छवि खराब हो रही है।
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इस सम्बंध में खनिज विभाग के सहायक प्रभारी अधिकारी आशीष गढ़पाले जी का कहना है कि उक्त मामले को देखकर कार्यवाही की जाएगी।