राजस्थान के अलवर में हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को शुक्रवार (2 अप्रैल) देर रात 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद कर दिया। हालांकि इस दौरान किसानों ने प्रशासन से टिकैत की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए। वहीं टिकैत की अपील और पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद चिल्ला बार्डर को किसानों द्वारा खोला गया। ADCP नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि ‘कुछ लोग चिल्ला बॉर्डर पर आ गए थे। उनका कहना था कि उनके नेता (राकेश टिकैत) पर हमला हुआ है, उसके बाद उन्हें सुरक्षा दी जाए और जिन्होंने हमला किया है उनपर कार्रवाई की जाए। हमने उन्हें समझाया, अब ये लोग अब हट गए हैं।’ गुस्साएं किसानों के विरोध-प्रदर्शन के दौरान NH-9 और NH-24 दोनों स्लिप साइड सर्विस रोड सहित ऊपर और नीचे बंद कर दिया। हालांकि, काफी समय बाद नोएडा चिल्ला बॉर्डर खुल गया, गाड़ियां की सामान्य आवाजाही होने लगी है।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक किया डायवर्ट
वहीं यूपी गेट पर किसानों के नोएडा-चिल्ला बॉर्डर बंद किए जाने के बाद नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया। ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली जाने के लिए डीएनडी टोल बॉर्डर, कालिंदी कुंज की ओर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया। इसके अलावा किसानों ने दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली लेन को शुक्रवार देर रात करीब पौने दो घंटे बंद रखा। हालांकि, अब नोएडा-चिल्ला बॉर्डर को खोल दिया गया है। इसकी जानकारी नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट करके दी है। ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट में लिखा, ‘समय 21:19 पर नोएडा- चिल्ला बॉर्डर को जनसामान्य के प्रयोग हेतु खोल दिया गया है। यातायात सामान्य गति से चल रहा है। यातायात हेल्पलाइन नंबर- 9971009001’
राकेश टिकैत पर अज्ञात लोगों ने किया हमला
बता दें कि, शुक्रवार शाम करीब चार बजे राजस्थान के अलवर जनपद स्थित ततारपुर चौराहे पर टिकैत पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया। हमले में टिकैत की गाड़ी के शीशे टूट गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में ले लिया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना के बाद से किसानों में रोष है। भाकियू के अनुसार हमलावर कई गाडियों में सवार थे, इसके अलावा ततारपुर चौराहे पर भी भाजपा समर्थित कुछ लोग पहले से जमा थे।
जाम में फंसे रहे सैंकड़ों वाहन, लोग हुए परेशान
किसानों को हमले की जानकारी मिलते ही उनके द्वारा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से आने वाली लेन को जाम कर दिया। शाम को दिल्ली से आने वाले वाहनों को काफी देर तक जाम में फंसे रहना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि, “राकेश टिकैत के निर्देश पर किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का जाम खोल दिया। करीब एक घंटे दिल्ली से आने वाले वाहनों के पहिए जाम रहे।” वहीं दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर कुंडली मानेसर पेरिफेरल को भी जाम किया है जो अभी तक जारी है। घटना के विरोध में जेवर, भोजपुर में जाम किया गया। जाम को राकेश टिकैत की अपील पर खोला गया।
दरअसल, राजस्थान में पहली पंचायत हरसौली में करने के बाद राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ बांसूर में दूसरी पंचायत में शामिल होने जा रहे थे। वहीं बांसूर से करीब 20 किमी पहले ततारपुर चौराहे पर पहले से जमा कुछ लोगों एसयूवी कारों में सवार होकर आए हमलावरों की मदद से राकेश टिकैत के काफिले पर पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हालांकि समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों की तत्परता के चलते हमलावर राकेश टिकैत को चोट नहीं पहुंचा पाए, लेकिन एक भाकियू कार्यकर्ता अरविंद चोटिल हो गया।
हमले के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत ने किसानों और मजदूरों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए हमले की कड़ी भर्त्सना की है। उन्होंने कहा कि, ” गुंडे यदि किसान पर हमला करेंगे तो भाजपा के विधायक और सांसद भी सड़कों पर नहीं निकलने दिए जाएंगे।” इस बीच भारतीय किसान यूनियन के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई और हमलावरों की एसयूवी कार पुलिस के हवाले कर दी।