(सरपँच व उनके प्रतिनिधि की मनमानी गाँव के लिये मुसीबत, आदर्श गौठान समीप को बना डाला रेत तस्करी का अड्डा,ग्रामीण चिंतित)
देवकर:- जनपद पंचायत साजा अंतर्गत ग्राम मौहाभाठा में बने स्थानीय आदर्श गौठान में गन्दगी, अस्वच्छता एवं अव्यवस्थता का नज़ारा इन दिनों देखने को मिल रहा है।इस आदर्श गौठान में गायों के लिए न तो बेहतर छांव की व्यवस्था है न पर्याप्त चारे का बंदोबस्त।वही बैठने के स्थान पर गंदगी, कीचड़ व दलदल होने से गौठान में गायों की दुर्गति हो रही है।लिहाजा स्थानीय प्रशासन की मनमानी से ग्रामवासी चिंतित व नाखुश है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम मौहाभाठा में वर्तमान सरपंच के कार्यकाल में आदर्श गौठान का अधूरा कार्य पूरा कराया जा रहा है।जिसमें जिम्मेदार वर्ग द्वारा जानबूझकर गांव की छवि खराब करने आदर्श गौठान में व्यवस्था को बदल दी गयी है।गौठान के अंदर दर्जनों गायों को उचित व पर्याप्त व्यवस्था के बगैर रखा गया है।जो कि आदर्श गौठान व्यवस्था की पलीता लगवा रहा है।इसके साथ गौठान के समीप ही पंचायत के सरपँच प्रतिनिधि सुखीराम सोनकर द्वारा सुरही नदी के रेत को अपने गृहग्राम अतरझोला के आसपास से निकालकर अवैध रुप से रेत का भण्डारण करके रखा गया है।जो कि गौठान सहित कई निर्माण कार्यो में खपाये जाने की आशंका है।इसके अलावा सरपंच प्रतिनिधि द्वारा रेत की तस्करी करने की खबरें भी स्थानीय स्तर पर चर्चे में है।जबकि पँचायत के प्रतिनिधि ही इस तरह अवैध धंधे में संलिप्त हो तो मामला गम्भीर हो जाता है।
गृहग्राम मौहाभाठा में मंत्री जी की छवि खराब करने की साजिश की सम्भावना
चूंकि साजा विधानसभा का ग्राम मौहाभाठा प्रदेश के दिग्गज कैबिनेट मंत्री रविन्द्र चौबे जी का गृहग्राम है, तो उनके गाँव मे सरपंच द्वारा किया जा रहा मनमानीपूर्वक कार्य कही न कही किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है।क्योंकि मंत्री जी के गांव स्थित जिस गौठान को आदर्श गौठान का दर्जा मिला है, वहां स्थानीय पंचायत द्वारस मनमानीपूर्वक कार्य मंत्री जी का नाम खराब करने की भी कोशिश हो सकती है,इसे नकारा नही जा सकता है,क्योंकि पँचायत को विकास कार्य के लिये पूरा पैसा मिल रहा है उसके बावजूद घटिया काम मंत्री जी के विरोधियों की चाल बनकर सन्देह पैदा कर रहा है।ज्ञात हो मंत्री जी के गृहग्राम का सरपँच प्रतिनिधि होने का सुखीराम सोनकर जमकर फायदा उठाते है और मनमानी करते है क्योंकि उनको पता है उनके रहते कार्यवाही नही होगी।परन्तु मंत्री जी अवैध एवं गैरकानूनी सहित घटिया कार्य करने वालो को कतई पसन्द नही करते है।जिसकी परवाह शायद सरपंच प्रतिनिधि को नही है।
सरपँच प्रतिनिधि सुखीराम सोनकर लगातार सुर्खियों में
चूंकि गाँव मे सारे घटनाक्रम के पीछे सरपँच प्रतिनिधि का ही नाम सामने आ रहा है।गाँव के एक ग्रामीण ने बताया कि सरपंच प्रतिनिधि पंचायती राज अधिनियम को ताक में रखकर पँचायत के कई कामकाजों में हस्तक्षेप व दखलन्दाजी करते है।वही रेत तस्करी का मामला भी चर्चे में है।इसके अलावा तीन प्रमुख दैनिक अखबारों में मंत्री जी का फोटो सहित विज्ञापन लगवा लेने के बाद उसके भुगतान के लिए भी बार बार बहानेबाजी करते है।वही कुछ इसी तरह गांव के लोगो से भी करने से गांव में उनके सबसे सम्बंध भी ठीक नही है।पूर्व में सचिव भी तबादला पँचायत से करा चुकी है।गाँव के अधिकांश ग्रामीण उनके कार्यकाल से नाखुश है।ऐसा लोगो का मानना है।प्रदेश के दिग्गज मंत्री जी के गृहग्राम का सरपँच प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता होने के नाम पर पद का दुरुपयोग करते हुए मंत्री जी की साख पर चोट व आघात करते है,जो ग्रामवासियों के लिए चिंताजनक है।
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वर्शन:-*
इस सम्बंध में कोई भी जानकारी देने के लिए मैं किसी का नौकर नही हूँ, जानकारी के लिए मेरे घर आइये और लेकर रोज छापिए।
■सुखीराम सोनकर
(सरपँच प्रतिनिधि-ग्राम पंचायत मौहाभाठा)
उक्त आदर्श गौठान समीप रेत डम्प है। उसकी उचित जानकारी सरपँच प्रतिनिधि ही दे सकते है।
■रामकिशन साहू
(सचिव-ग्राम पंचायत मौहाभाठा)
“दअरसल गौठान के समीप जो रेत का अवैध भंडारण हुआ है वह निकट सुरही नदी से निकलवाकर सरपँच प्रतिनिधि द्वारा ही किया गया है।उसको बेचने के लिए रखे है कि पँचायत के कामो में खपाने के लिए ये वही बताएंगें।”
■एक ग्रामीण शुभचिंतक
(ग्राम मौहाभाठा)
फिलहाल मामला आपके माध्यम से संज्ञान में आ रहा है, अगर ऐसा है तो कल उक्त गाँव के आदर्श गौठान में जाकर व्यवस्था देखती हूँ।
■कांति ध्रुव
(सीईओ-जनपद पँचायत साजा)
उक्त मामले में कल टीम द्वारा जाकर गौठान पर अवैध रेत के भंडारण की खबर ली जाएगी।अगर मामला सही पाया गया तो ततपश्चात उचित दण्डात्मक कार्यवाही विभाग के ओर से की जाएगी।
■आशीष गढ़पाले
खनिज प्रभारी अधिकारी बेमेतरा)