नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर ‘‘अवसरवाद की राजनीति” में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि पार्टी सत्ता के लालच में मानसिक और वैचारिक रूप से दिवालिया हो गई है। तीन विधानसभा क्षेत्रों में जनसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने दावा किया कि कांग्रेस ने ‘ सांप्रदायिक’ शक्तियों के साथ गठबंधन किया है और वाम दलों के साथ उसके रिश्ते राज्यवार बदलते रहते हैं। बता दें कि असम की इन तीनों सीटों पर विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण में मतदान होना है।
When I look at our rivals, I say they indulge in politics of opportunism & Congress has become mentally bankrupt. Polls are going on in Bengal, Kerala & Assam. In Kerala, Congress is contesting against CPM but contesting along with them in Bengal & Assam: BJP chief in Boko, Assam pic.twitter.com/99IdNQVUJF
— ANI (@ANI) April 2, 2021
कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालिया
नड्डा ने कहा, ‘कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालिया है। वह राजनीतिक अवसरवाद की नीति पर चलती है। भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते मैं यह बात पूरी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं।’ नड्डा ने कहा ‘कांग्रेस वैचारिक रूप से दिवालिया है। यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है और सत्ता में आने के लिए बिना किसी झिझक के उसने कुछ सांप्रदायिक पार्टियों के साथ साझेदारी की है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आदत भाजपा पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाने की है लेकिन वह खुद केरल में मुस्लिम लीग, पश्चिम बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के साथ है।
कांग्रेस के नेता चुनाव के दौरान मंदिर जा रहे
उल्लेखनीय है कि माकपा नीत वाम मोर्चे और कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में प्रभावशाली मुस्लिम उलेमा अब्बास सिद्दिकी द्वारा नवगठित आईएसएफ से हाथ मिलाया है। नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस ही सांप्रदायिक है। उसके नेता अब चुनाव के दौरान मंदिर जा रहे हैं लेकिन पिछले 50 साल में नहीं गए।” उन्होंने कहा, ‘अगर पार्टी गंभीर होती और धार्मिक रीतिरिवाजों की राह पर चलती तो इतनी खराब स्थिति में नहीं पहुंचती जिसमें उसे ऐसी ताकतों से हाथ मिलाना पड़ता।’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनावी रैलियों में ‘चंडीपाठ’ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केरल में वाम दलों से लड़ रही है लेकिन पश्चिम बंगाल और असम में उनके साथ हाथ मिलाया है। नड्डा ने कहा, ‘यह किस तरह का चुनाव है? वे देश के एक हिस्से में कुश्ती लड़ रहे हैं और दूसरे हिस्से में एक दूसरे को गले लगा रहे हैं।’