अनिता योगेंद्र शर्मा की सोनिया गांधी से शिकायती पत्र के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व संचालक डॉ अशोक चतुर्वेदी के खिलाफ जनप्रतिनिधियों ने भी मोर्चा खोल दिया है. संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे और पाली तानाखार विधायक ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आपको बता दें कि अशोक चतुर्वेदी पर ये आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करके मिशन डायरेक्टर का पद हासिल किया और नियुक्ति के पहले ही दिन 100 करोड़ रुपए के चेक जारी कर दिए। चतुर्वेदी पर सरकार के विरुद्ध काम करने के आरोप तो लग ही रहे हैं साथ ही साथ ये भी कहा जा रहा है कि जिन चेक पर साइन करके रकम निकाली गई है उसका इस्तेमाल कांग्रेस सरकार के खिलाफ ही विरोधी करेंगे
संसदीय सचिव के मुताबिक किसी वरिष्ठ अधिकारी को ही इस पद पर नियुक्त किया जा सकता है लेकिन कनिष्ठ अधिकारी को नियमों के विरुद्ध नियुक्ति दे देना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है। बंजारे और पाली तानाखार विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि अशोक चतुर्वेदी ने विधानसभा चुनाव में देवजी भाई पटेल के विधानसभा क्षेत्र में चुनाव संचालक की भूमिका निभाई थी। इस दौरान भी उनके ऊपर भ्रष्टाचार के कई आऱोप लगे थे।
जब कांग्रेस सरकार आई तो लगा कि भ्रष्टाचारी अफसरों पर गाज गिरेगी। लेकिन ऐसा नहीं होता दिख रहा है । जिससे कांग्रेस के कार्यकर्ता काफी आहत है। सीएम भूपेश बघेल से मांग की गई है कि वो जल्द से जल्द इस मामले में अशोक चतुर्वेदी के खिलाफ जांच करें और उनके द्वारा जारी की गई सारी रकम को वापस सरकारी खजाने में जमा करवाएं। साथ ही साथ जांच होने तक उनके पावर वापस लेकर तत्कालीन पद के नीचे पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए।