बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर रेंज में भूख मिटाने के लिए मादा तेंदुआ ने बछड़े का शिकार किया। वह बछड़े को खा ही रही थी। इस बीच बाघिन वहां पहुंच गई। उसने शिकार पर अपना हक जताते हुए तेंदुए पर हमला कर दिया। बाघिन और तेंदुए के बीच खूनी संघर्ष चला। इसमें तेंदुए की मौत हो गई। मादा तेंदुए की उम्र करीब ढाई से तीन वर्ष बताई गई है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विसेंट रहीम ने बताया कि पतौर रेंज के कसेरू बीट के कक्ष क्रमांक 192 बी बमेरा कसेरू मार्ग के किनारे मादा तेंदुए का शव मिला है। घटनास्थल सील कर स्निफर डॉग बैली की मदद से जांच की गई। घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर पर बछड़ा का भी शव मिला। उसके शरीर के ज्यादातर हिस्से को खा लिया गया था। पास ही मादा बाघ के पगमार्ग भी मिले हैं। बछड़े के शव को घसीटे जाने के भी सबूत मिले।
शव के समीप एक पेड़ पर करीब 10 फीट की ऊंचाई तक तेंदुए के नाखूनों की खरोंच भी मिले। अनुमान लगाया जा रहा है, संघर्ष के दौरान इतनी दूसरी से बाघिन ने तेंदुए को खींचा होगा। मादा तेंदुए के शव के गले और पीठ पर घाव मिले हैं। सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ डॉक्टर नितिन गुप्ता और एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे द्वारा शव परीक्षण कर सैंपल लेने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।