रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 45 वर्ष से अधिक आयु समूह के लोगों केा वैक्सीन लगाया जा रहा है। अब तक इस आयु समूह में 21 लाख 23 हजार 192 लोगों को पहली डोज लगाया जा चुका है। वहीं 32 हजार 861 को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है। लेकिन लोगों के मन में यह भ्रांति है कि क्या वैक्सीन लगने के बाद वे पूरी तरह सुरक्षित हैं ?
इस मामले पर यूनीसेफ और अन्य विशेषज्ञों का लगातार यह कहना है कि वैक्सीन, कोविड 19 संक्रमण होने के बाद की गंभीर स्थिति से बचाता है, संक्रमण से नही बचाता है। यूनीसेफ के स्वास्थ्य विषेश्ज्ञ डाॅ श्रीधर ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे सही उपाय है कि चाहे किसी को वैक्सीन लगी हो या जिन्हें ना भी लगी हो, तो भी माॅस्क सही तरीके से लगाएं, साबुन पानी से नियमित हाथ धोएं और दूसरों से दो गज की सुरक्षित दूरी रखें।
इसके अलावा हल्के लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, थकान ,भूख न लगना आदि पर भी तुरंत कोरोना जांच करानी चाहिए। लक्षण नजर नहीं आने पर भी ऐहतियात के तौर पर जांच जरुरी है और सुरक्षा उपायों पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाना आवश्यक है।