रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को हुए नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत हुई है। कथित शांति वार्ता के प्रस्ताव के बाद नक्सलियों के द्वारा की गई इस घिनौनी हरकत से केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ही एक तरफ जहां काफी विचलित है तो दूसरी तरफ गुस्से का गुबार भी स्पष्ट नजर आ रहा है।
यही वजह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोनों ने ही असम चुनाव प्रचार को बीच में छोड़कर ही छत्तीसगढ़ आने का फैसला ले लिया। सीएम बघेल रविवार रात्रि ही रायपुर पहुंच गए थे तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जगदलपुर पहुंच रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जगदलपुर में पूरी घटना की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे।
बीजापुर में 22 जवानों की शहादत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नाराजगी व्यक्त की है और उन्होंने स्पष्ट कहा है कि इस वारदात के लिए नक्सलियों को माफ नहीं किया जाएगा। पीएम मोदी का यह कहना और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तत्काल छत्तीसगढ़ आना अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है।
इस त्वरित कदम को देखते हुए माना जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है जिसकी इस वक्त वास्तव में बेहद आवश्यकता है। बीजापुर में कोई वारदात को लेकर पूरा छत्तीसगढ़ इस वक्त गुस्से से उबल रहा है ऐसे में नक्सलियों को सबक सिखाने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार को किसी सख्त कदम और ठोस निर्णय को लेने की आवश्यकता है जिस पर आज देश के बड़े नेता मोहर लगा सकते हैं।