रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादियों ने सुरक्षा बल को एम्बुश में फांसकर जिस तरह से घटना को अंजाम दिया है, जिसमें देश के 22 वीर जवानों की शहादत हो गई है, बस्तर की माटी एक बार फिर लहुलुहान हो गई है, उनके खुद के लिए मुसीबत का पैगाम बनने वाला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जगदलपुर पहुंचकर ऑपरेशन प्रहार-3 का खाका अफसरों के सामने खोल दिया है। जिसकी रणनीति बीती रात ही दिल्ली में बन गई थी।
सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन प्रहार-3 सीधे तौर पर हिड़मा पर केंद्रित किया जाएगा। वहीं कुल 8 नक्सली कमांडर इस दौरान राडार पर रहेंगे, जिनका खात्मा अब एकमात्र उद्देश्य होगा। जगदलपुर में हाई लेवल की मीटिंग के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पूरी बातों से अफसरों को अवगत करा दिया है। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी सहमति ली गई, जिसमें उन्होंने साथ मिलकर आॅपरेशन को पूरा करने की बात कही है।
जिन आठ नक्सली कमांडरों को राडार में लिया जा रहा है, उसमें सबसे पहले नक्सली कमांडर हिडमा का नाम शामिल है। इसके अलावा कमलेश उर्फ लच्छू, साकेट नुरेटी, लालू दंडामी, मंगेश गोंड, रामजी, सुखला और मलेश का भी नाम शामिल किया गया है। नक्सलियों के इन आठों कमांडर पर कई दर्जन अपराध दर्ज हैं। वहीं इनके एरिया को लेकर भी छानबीन शुरु की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी सीआरपीएफ को दी गई है।