गरियाबंद पुलिस द्वारा वीर शहीद सुखसिंह फरस को राजकीय सम्मान के साथ विनम्र श्रद्धांजलि दिए
बीजापुर नक्सल प्रभावित तर्रेंम थाना क्षेत्र के जोन्नागुड़ा के जंगल में शनिवार दोपहर पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे।
22 शहीद जवानों में से एक जवान जिला गरियाबंद थाना मैनपुर स्थित ग्राम मोहदा का रहने वाला *शहीद सुख सिंह फरस* जिनके पार्थिव शरीर को पूरा पुलिस प्रशासन द्वारा उनके गृह ग्राम तक पहुंचाया
साथ ही शहीद के परिवारजनों एवं गांव के लोगों के साथ मिलकर शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दुखद समय में उनके परिवार वालों को पुलिस प्रशासन द्वारा सांतवना दिए।
शहादत पर दुख से ज्यादा गर्व
बता दें कि बीजापुर नक्सली हमले में शहीद 22 जवानों में से गरियाबंद के मोहदा गांव का सुखसिंह फरस मातृभूमि की सेवा करते शहीद हुआ. बताया जा रहा है कि वह नक्सलियों से 3 घंटे तक लड़ता रहा. अंततः सैकड़ों की संख्या में नक्सलियों ने घेरकर हमारे जवानों पर कायराना हमला किया.
इससे सुखसिंह फरस शहीद हो गए. खास बात यह है कि जवान के भाई ने भी शहादत पर दुख से ज्यादा गर्व होने की बात कही है.
शहीद जवान सुखसिंह फरस का अंतिम बिदाई राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव मोहदा में दिया गया। शहीद जवान के 1 साल का सुपुत्र लक्ष्यराज ने दादा की सहायता से पिता को दी मुखाग्नि। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने नम आंखों से दी विदाई।
इससे पूर्व शहादत जवान को सलामी के साथ शस्त्र झुकाए गए। अंतिम विदाई साँसद चुन्नीलाल साहू जिलाधीश निलेश क्षीरसागर पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल नपा अध्यक्ष ग़फ़्फ़ार मेमन समेत क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने नम आँखों से उन्हें विदाई दिया।