बिलासपुर । अधिवक्ता परिषद बिलासपुर की महिला अधिवक्ताओं एवं मातृ शक्तियों द्वारा बीजापुर जिले के टेकुलगुडम में शनिवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद जवानों को अमर शहीद जवान चौक बिलासपुर में पुष्पांजलि तथा मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दिया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता अन्नपूर्णा तिवारी ने कहा कि अपने प्राणों की आहुति दे कर के इस देश को सुरक्षित रखने वाले वीर शहीदों के प्रति छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार गंभीर नहीं हैं। छत्तीसगढ़ को हिला देने वाली यह घटना निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के इतिहास में काला दिवस के रूप में जाना जाएगा। नक्सलियों ने इस बात की सूचना 10 दिसंबर को ही दे दिया था कि 20 साल बाद अब पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी की स्थापना दिवस पर, पीएलजीए सप्ताह नहीं, बल्कि वर्ष मनाएंगे। यानी सबसे ज्यादा हमले,ज्यादा तबाही की सूचना नक्सलियों ने पहले ही जारी कर दिया था। बावजूद इसके इस प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने इन विषयों को गंभीरता पूर्वक नहीं लिया तथा इस संबंध में कोई भी आवश्यक पहल नहीं किया। जिसका खामियाजा इस घटना के माध्यम से जवानों को अपनी जान की कीमत देकर चुकानी पड़ी। इस अवसर पर अधिवक्ता अन्नपूर्णा तिवारी,श्वेता शास्त्री,सुधा गुप्ता, वर्षा राजपूत , मनीषा, आशीर्वाद चांवला, सुनंदा तिवारी, मालती राजश्री, ललितेश नवरंग सहित अन्य उपस्थित रहे।