ग़रीबों की मशीहा..उनके दुःख दर्द की साथी नहि रही हमारे बीच ममता राठौर
गरियाबंद नग़र की प्रथम व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, ज़िला महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष श्रीमती ममता राठौर अब हमारे बीच नही रही इनकी अकस्मिक मृत्यु की सूचना से नग़र के नागरिक स्तभ रह गए नग़र में यह खबर आग की तरह फैल गई लोग एक एक अस्पताल को ओर अपनी चहेती नेता की हालत देखने दौड़ने लगे ,
देख़ते देखते ही अस्पताल दर्शननार्थियो का मेला लग गया लोग फुट फुट कर रोने लगे ,नग़र के कांग्रेस के नेता सहित भाजपा के नेता भी ज़िला अस्पताल की ओर दौड़ पड़े उल्लेखनीय है कि गरियाबंद ज़िला मुख्यालय के शहर की नगर पंचायत की प्रथम अध्यक्ष रही ममता राठौर गरियाबंद वासीयो के दिलो में राज करती थी । गरियाबंद के दीन दुखी लोगों के बीच मसीहा मानी जाती थी, नगरपंचयात के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने नगर के विकास के लिए कई उल्लेखिंय कार्य किए है हमेशा दिन दुखियों की सेवा के लिए तत्पर रहने वाली इस नेता ने लोगों ने रात दिन एक कर दिया,
ग़रीबों को राशन पहचने से लेकर उनका आशियाना बनाने तक अपनी सारी शक्ति लगा देने वाली ममता राठौर की यू अपने बीच से चले जाने से शहरवासी दुखी हुए है । कुछ दिन पहले ही वह असाम से प्रचार कर लौटी थी ।
आज उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया।
जहां उनकी मौत हो गयी।जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनआर नवरत्न ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल लाया गया था। उन्हें सांस लेंने में कठनाई हो रगों थी। उनका कोविड चेक किया गया तो पॉजिटिव आया। कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गयी है।
जिलाध्यक्ष के आकस्मिक निधन पर शहर में शौक की लहर फैल गयी है। उनकी पार्टी सहित दूसरी पार्टी के नेताओ ने भी उनकी मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
पालिका अध्यक्ष गफ़्फ़ु मेमन ने कहा
यह उनकी यक्तिगत छती है उनके साथ मेरा आत्मीय समंध था पार्टीगत उससे हटकर हमेशा एक दूसरे के दुःख सुख में साथ रहे उनके निधन पर उन्होंने संवेदनाएं प्रकट की है।
उल्लेखनीय है कि ममता राठौर कांग्रेस की एक तेजतर्रार महिला नेत्री रही है । गरियाबंद की नगर पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं कांग्रेस में भी वे कई पदों पर रह चुकी हैं उनके निधन से ना केवल कांग्रेस को बल्कि गरियाबंद शहर को भी एक बड़ी क्षति पहुंची है।