वॉशिंगटन। दुनिया की सबसे महंगी ग्वांतानामो बे जेल एक बार फिर दुनियाभर में सुर्खियों में है। जब-जब अमेरिका में सत्ता परिवर्तन होता है तो यह जेल सुर्खियों में आ जाती है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन ने पदभार ग्रहण करने के बाद जेल की औपचारिक समीक्षा शुरू की थी। तब बाइडन प्रशासन ने संकेत दिया था कि जल्द ही दुनिया की इस सबसे महंगी जेल को बंद किया जा सकता है। राष्ट्रपति बाइडन का लक्ष्य अपना कार्यकाल समाप्त होने के पूर्व इसे बंद करना है। आपको बता दें कि ग्वांतानामो बे जेल की एक सीक्रेट यूनिट (कैंप-7) को पहले ही बंद कर दिया है। यहां सजा काट रहे कैदियों को क्यूबा में एक अन्य अमेरिकी बेस पर स्थित जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। ॉकैंप-7 को बेहद ही गुप्त कैदखाना माना जाता है।
दुनियाभर के खतरनाक आतंकियों का अड्डा है ये जेल
आइए जानते हैं किस कारण से खास ये जेल –
– इस जेल में एक कैदी पर सालाना 5.6 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। इस जेल में हर कैदी पर सालाना 9 लाख डॉलर यानी 5.6 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं।
– अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन जेल रखरखाव पर हर साल करीब 9 अरब रुपए से ज्यादा खर्च करता है।
– कोरोना महामारी के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि यदि बाइडन इस जेल को बंद करने का फैसला लेते हैं तो यह फायदे का सौदा होगा।
यदि अमेरिका इस जेल को बंद करता है तो उसे मानवाधिकार के उल्लंघन के आरोपों से मुक्ति मिल जाएगी। दरअसल इस जेल में कैदियों के भयावह यातनाएं दी जाती है।
ओबामा भी कह चुके, बंद कर दो ये महंगी जेल
गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ग्वांतानामो बे जेल को दुनिया का सबसे महंगी जेल कहा था। राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद ओबामा ने इसे बंद करने की बात कही थी। ओबामा ने कहा था कि वह अपने कार्यकाल में इस जेल को बंद करने का प्रस्ताव कांग्रेस में रखेंगे। ओबामा ने यहां तक कहा था कि यदि कांग्रेस ने इसकी मंजूरी नहीं दी तो वह अपने वीटो पॉवर का इस्तेमाल करेंगे।