रायपुर। राजधानी में कोरोना के भयावह स्थिति को लेकर आज भाजपा नेताओं ने कलेक्टर रायपुर से चर्चा की। रायपुर में हुए विस्फोटक स्थिति पर अपना चिंता व्यक्त करते हुए भी दिया। प्रशासन द्वारा पर्याप्त समय मिलने पर भी वेंटीलेटर, आक्सीजन, बेड की व्यवस्था नहीं हो पाने पर नाराजगी भी व्यक्त की व कहा कि राजधानी रायपुर को 10 हजार बेड की तत्काल आवश्यकता है। इस दिशा में काम किया जाना चाहिए।
विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, महामंत्री रमेश ठाकुर एवं नगर पालिक निगम रायपुर की नेता प्रतिपक्ष मीनल चैबे ने आज कलेक्टर से कोरोना के व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। उन्होंने पुराने व्यवथाओं के तहत पूर्व में प्रारंभ हुए सभी 5 क्वारांटाईन सेंटर को तत्काल प्रारंभ करने कहा। प्रशासन ने आज तक इन सेंटरों को चालू करने के लिए कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है। 5 सेंटर पहले चरण में खुला था और आज भीषण स्थिति है तब एक सेंटर आधा अधूरा चालू किया जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कोविड की गंभीर स्थिति को देखते हुए केन्द्र सरकार ने रायपुर में 230 वेंटिलेटर उपलब्ध कराया है पर आज महीनों बाद भी इन वेंटिलेटर का उपयोग प्रारंभ नहीं किया जा सका है, वेंटिलेटर आकार डिब्बा में बंद पड़ा हुआ है। प्रदेश में मरीज वेंटिलेटर के आभाव में दम तोड़ रहे है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा पूरे शहर में लोग ईलाज के लिए भटक रहे है। मरीजो को बेड, आॅक्सीजन व वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। मौतो का आंकड़ा हजारों में हो गया है, यह चिंतनीय स्थिति है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शहर में स्थित काॅलेजो, स्कूलों के छात्रावासों, सामाजिक एवं सामुदायिक भवनों धर्मशालाओं को तत्काल कोविड केयर सेंटर के रूप में प्रारंभ करे वहीं जैनम, लालपुर हास्पीटल मारूति मंगलम् माहेश्वरी भवन, पंजाब केसरी भवन में तत्काल आॅक्सीजन की व्यवस्था कर इन सभी सेंटरों को आक्सीजन के जरूरतमंद कोविड मरीजो के लिए तैयार करें।
भाजपा नेताओं ने कहा कि अभी रायपुर में 10 हजार बेड की आवश्यकता है और प्रशासन के पास 1 अतिरिक्त बेड नही है। साल भर में हम तैय्यारी ही नही कर पाय। कमजोर लोगो -गरीब लोगो को जिनके पास पर्याप्त जगह नही है उसे घर की बजाय क्वारांटाईन सेंटर में रोका जाएं जिससे लोगो में दशहत कम हो सके।
भाजपा नेताओं ने शहर के 50 व 100 बेड के भी सभी अस्पतलों में कोविड के मरीजों के ईलाज की व्यस्था करवाने कहाँ जिससे ज्यादा से ज्यादा मरीजो को बिस्तर व ईलाज उपलब्ध हो सकें-वही पूर्व के भांति शहर के बड़े होटलों को कोविड सेंटर के रूप में हाॅस्पिटलों के देखरेख में परिवर्तन कर देना चाहिए। ताकि अस्पतालों मं आम लोगो को जगह मिल सके व जो लोग इन सेंटरो में जाकर ईलाज करा सकते है वे वहाँ भी जाकर ईलाज करवा सकें।
भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से कहा कि आपदा राहत, डी.एम.एफ. स्मार्ट सिटी की योजनाओं की राशि से तत्काल इन सेंटरों से साफ सफाई, भोजन, दवा व स्टाॅफ की व्यवस्था कर प्रांरभ करें। अगर प्रशासन को उनकी भी कोई जरूरत महसूस होती है और आवश्यकता है तो वे सभी भी हर संभव सहयोग के लिए तैयार है।