ग्रैंड न्यूज, भोपाल। देश के कई राज्यों में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, पंजाब के अलावा मध्यप्रदेश में भी स्थिति अब गंभीर हो गई है। वहीं कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए संजीवनी का काम करने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी कालाबाजारी होने लगी है। आलम यह है कि इस इंजेक्शन के लिए 15 हजार रुपए तक वसूल किए जा रहे हैं। जानबूझकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत का ढ़िढोरा पीटा जा रहा है।
इस बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर शिवराज सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार अब मुफ्त में इंजेक्शन उपलब्ध करवाएगी। इसे लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।
बता दें कि प्रदेश में बीते कुछ दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत हो रही है। इंदौर के दवा बाजार में हर दिन लोगों की लंबी लाइन लग रही है। वहीं आज भड़के लोगों ने हंगामा किया। जिसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने गंभीर मरीजों के उपचार के लिए मुफ्त में इंजेक्शन देने का ऐलान किया। इस घोषणा से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
आदेश के अनुसार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में यह रेमडेसिविर इंजेक्शन फ्री में मिलेगा। इंदौर के एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज को नोडल सेंटर बनाया गया है। इंदौर से भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में इंजेक्शन भेजा जाएगा।
बता दें कि कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन संजीवनी का काम करता है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर में में सामने आ रहे संक्रमित मामलों में 40 फीसदी मरीज गंभीर अवस्था में हैं। वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को गंभीर अवस्था से बचाने का काम करती हैं।