ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना किस कदर कहर बरपा रहा है, रोज दिन सामने आ रहे नए संक्रमितों के आंकड़ों से समझा जा सकता है। बीते तीन दिनों से प्रदेश में 10 हजार नए मरीजों की पुष्टि खुद स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। हद तो यह है कि एक ही दिन में कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा 72 पहुंच गया है। इन तीन दिनों के भीतर ही 178 लोगों की मौत हो चुकी है। आलम यह है कि अब कोरोना से हुई मौतों के बाद लाशों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ लाशों की ढे़र के बीच कोरोना मरीजों को उपचार करवाना पड़ रहा है।
अंबेडकर अस्पताल स्थित मर्चूरी के बाहर कोरोना से मौत के बाद मरीजों के शवों को डिस्पोज व अंतिम संस्कार का इंतजार है। राजधानी में पिछले 5 दिनों में कोरोना से 100 से ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। ये सभी रायपुर के निवासी हैं।
राजधानी के आयुर्वेद हॉस्पिटल के कोविड सेंटर में शवों के बीच कोरोना मरीजों का उपचार हो रहा है। जानकारी के अनुसार अस्पताल में कोरोना से मौत हुए मृतकों का शव लावारिस हालत में पड़े हुए हैं। इस बीच संक्रमित मरीजों का भी उपचार किया जा रहा है।
इसके अलावा दूसरे जिलों के मरीजों की मौत अंबेडकर में होती है, जिसके शव मर्चूरी में रखवाया जाता है। गुरुवार को 20 से ज्यादा शव रखे हुए थे। सामान्य शव व कोरोना वाले शवों के लिए अलग मर्चूरी की व्यवस्था है। प्रोटोकाल बदलने के बावजूद मर्चूरी में शवों का अंबार लगा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने 5 सितंबर को बिना रिपोर्ट का इंतजार किए संदिग्ध कोरोना मरीज के शवों को डिस्पोज कराने का आदेश जारी किया था। ताकि मर्चूरी में शवों का अंबार न लगे।