ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से आतंक मचाया है, उसे लेकर पूरा देश हलाकान है। एक तरह जहां महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, केरल, कर्नाटक और मध्यप्रदेश में लगातार कोविड मरीजों की बाढ़ आ रही है, तो मौतों का आंकड़ा दिल दहलाने लगा है। आलम यह है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में लाॅक डाउन लागू कर दिया गया है।
कोरोना की पहली लहर में यह स्पष्ट था कि कोविड-19 की चपेट में आने वालों को सर्दी-खांसी, तेज बुखार, गले में दर्द या फिर सीने में तकलीफ और सांस फूलने की शिकायत होगी। लेकिन दूसरी लहर इससे बहुत ही भिन्न है। इस बार पहले की तरह दिक्कतें समझ नहीं आ रही है। यह सही है कि लगातार बुखार वह भी 102 डिग्री या फिर ज्यादा रहेगी, वह भी 10 से 11 दिनों तक रह सकता है, डायरिया की परेशानी हो सकती है, निमोनिया जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है।
वहीं कोरोना की इस दूसरी लहर में सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि संक्रमित व्यक्ति की चपेट में आने वाले दूसरे शख्स में तत्काल वायरस अपना असर नहीं दिखाता, बल्कि शरीर में पूरी तरह से फैलने और रोग से जकड़ने के बाद ही जांच में निकलकर सामने आता है, तब तक इंसान इस बुरी तरह से बीमार हो चुका होता है, कि उसके भीतर सोचने-समझने की ताकत तक नहीं रहती।
इन तमाम बातों को लेकर राजधानी के निजी अस्पताल के डाॅ गिरीश अग्रवाल ने सेवा भावना के तहत ही कोविड-19 के इस नए स्टेन को लेकर वीडियो जारी किया है, जिसे देखना और उनकी बातों का अक्षरशः पालन करना हर किसी के लिए हितकारी हो सकता है।