ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस वक्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बड़ी बैठक ले रहे हैं। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन के अलावा रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जिले के चिकित्सा विशेषज्ञ मौजूद हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यदि आज रविवार के दिन एक बड़ी बैठक आहुत करनी की आवश्यकता महसूस हुई है, तो इसके पीछे वजह भी बड़ी होगी, इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
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विदित है कि बीते एक महीने के भीतर प्रदेश में कोरोना ने जिस विकराल रूप का प्रदर्शन किया है और जो निरंतर जारी है, उससे पूरा प्रदेश सकते में है। मुख्यमंत्री बघेल जो स्वयं लाॅक डाउन के धूर विरोधी है, क्योंकि वे इस बात से बेहतर परिचित हैं कि इससे लोगों को कितनी आर्थिक परेशानियों को सामना करना पड़ता है। उन्हें भी यदि सहमति देनी पड़ी है, तो वजह कितनी जटिल हो सकती है, इसे समझने में किसी तरह की दिक्कत नहीं है।
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दूसरी तरफ सिर्फ बीते 10 दिनों के आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि प्रदेश की स्थिति असामान्य हो चुकी है। संक्रमण का दर जिसे 5 प्रतिशत अधिकतम माना गया है, प्रदेश में आंकड़ा पांच गुना ज्यादा यानी 25 फीसदी से भी ऊपर आ चुका है। ऐसे में सरकार की चिंता स्वाभाविक है।
दिनांक कुल टेस्ट नए संक्रमित मौत संक्रमण दर
01 अप्रैल 40857 4617 25 11.29
02 अप्रैल 34075 4174 33 12.34
03 अप्रैल 40875 5818 31 14.23
04 अप्रैल 26911 5250 32 19.05
05 अप्रैल 40053 7202 38 16.48
06 अप्रैल 47973 9921 53 20.68
07 अप्रैल 42389 10310 53 24.37
08 अप्रैल 48743 10652 72 21.85
09 अप्रैल 46711 11747 63 25.14
10 अप्रैल 50156 14098 97 28.10
आमजन को भले ही इस बात से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा कि प्रदेश में स्थिति असामान्य हो चुकी है, लेकिन सही मायने में इससे प्रभावित पूरा प्रदेश है, जिसमें हर व्यक्ति शामिल है। आज जिस विपत्ति का सामना प्रदेश के दूसरे लोग कर रहे हैं, हालात यही रहे तो उसमें हर कोई शामिल हो सकता है, इस स्वाभाविक तथ्य से कोई भी इंकार नहीं कर सकता।