GRAND NEWS, रायपुर। यदि राजधानी सहित प्रदेश की जनता चाहती है कि लाॅक डाउन आगे ना बढ़े, तो इसके लिए प्रदेश की जनता को ही सकारात्मक पहल करने की आवश्यकता है। यदि लगाए गए लाॅक डाउन के दरम्यान स्थिति में सुधार आती है, तो फिर लाॅक डाउन हटा दिए जाएंगे, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर रही, तो लाॅक डाउन को आगे बढ़ाए जाने के संकेत सरकार की तरफ से मिल रहे हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने जारी बयान में इस तथ्य को बताया है कि प्रदेश में पांच जिले ऐसे पाए गए हैं, जहां पर संक्रमण का दर 40 प्रतिशत हो चुका है। 3 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण का दर 50 प्रतिशत से ज्यादा हो चुका है, तो शेष जिलों में 15 से 30 प्रतिशत का आंकड़ा प्राप्त हो रहा है। उन्होंने स्वीकार किया है कि प्रदेश में हालत चिंताजनक है, क्योंकि संक्रमण का दर 5 प्रतिशत से अधिक होने का मतलब स्थिति खतरनाक हो चुका है।
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वहीं सरकार की तरफ से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए लाॅक डाउन कोई सही माध्यम नहीं है, लेकिन हालात पर नियंत्रण के लिए यही एकमात्र कारगर उपाय की तरह सामने आया है। ऐसे में यदि प्रदेश की स्थिति में सुधार नहीं आता है, तो लाॅक डाउन को आगे बढ़ाए जाने पर विचार करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
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वहीं सरकार की तरफ से यह भी अपील की गई है कि इस महामारी से निपटने के लिए प्रदेश की जनता को ही सकारात्मक पहल करने की आवश्यकता है। सुझाए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप यदि प्रदेश की जनता जीवनयापन का दृष्टिकोण अपनाकर साथ चलती है, तो निश्चित तौर पर कोरोना को प्रदेश से अलविदा कहना पड़ेगा, लेकिन जरुरत केवल प्रदेश की जनता को सहयोग देने की है।