ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर जिसकी वजह से प्रदेश में ज्यादातर लोगों की जान पर बन आई है, वह किस कदर घातक है इसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली हकीकत यह है कि इस दूसरी लहर में लोग कोरोना की चपेट में कैसे आ रहे हैं इसका सही मायने में जाँच भी वास्तविक परिणाम नहीं दे पा रहा है।
कोरोना की पहली लहर में जो लक्षण महसूस किए जा रहे थे, इस बार उन लक्षणों के इतर, दूसरी तरह की परेशानियों से लोग जूझ रहे हैं जिसकी वजह से लोगों को यह समझ ही नहीं आ रहा है कि वह कोरोना चपेट में आ गए हैं।
सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति यह है कि जिस RT-PCR जांच के दम पर कोरोना का उपचार करने का प्रयास किया जा रहा था अब वह भी फेल साबित हो रहा है। आरटी पीसीआर में जिन लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है उनके फेफड़े में बुरी तरह से इंफेक्शन सिटी स्कैन में नजर आया है।
सामने आ रहे इन परिणामों की वजह से ही प्रदेश में कोरोना की जांच और उसका उपचार करने वाले डॉक्टर भी सकते में आ गए हैं। आलम यह है कि लोग अपनी रिपोर्ट नेगेटिव जानकर डॉक्टर और उनके स्टाफ से लड़ने भिड़ने लगे हैं।
बहरहाल लोगों को यह समझना होगा कि केवल RT-PCR रिपोर्ट के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यदि किसी तरह से गंभीर लक्षण शरीर के भीतर महसूस हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह ही आपको जिंदगी दे सकती है इस बात को समझने की आवश्यकता है।