ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर किस कदर हाहाकार मचा रही है, इसके उदाहरण रोज ही देखने को मिल रहे हैं। स्थिति यह हो चली है की प्रतिदिन जहां अधिकतम 3000 मरीजों को काफी ज्यादा माना जाता था, वहां यह आंकड़ा 15000 भी पार कर गया है।
छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन मौतों की संख्या बढ़ते हुए अब 150 की संख्या को भी पार कर दिया है। हालात यह है कि मरने के बाद कोविड-19 के मरीजों को अंतिम संस्कार भी यथोचित नहीं मिल पा रहा है। भीड़ में लाशों को जैसे तैसे बस जलाने का काम किया जा रहा है।
यह विकट खामोशी कोई शौक नहीं है, बल्कि इस वक्त की त्रासदी का पैमाना है। कैसी विडंबना है कि अपने किसी बीमार परिजन को हौसला देने के लिए भी हम उनके करीब नहीं जा सकते। घुटन भरे माहौल में वह कैसे जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं सही मायने में बाहर बैठे हम महसूस भी नहीं कर सकते। पर यह एक ऐसी सच्चाई है जिससे हर किसी को सावधान रहने की जरूरत है।
केंद्र में बैठी मोदी सरकार हो, या फिर राज्य की भूपेश सरकार हर कोई सिर्फ और सिर्फ बार-बार यदि आपसे आग्रह कर रहा है कि नियमों का पालन करते रहें, खुद को सुरक्षित करने के लिए दिशानिर्देशों के अनुरूप चलें तो यह सब देश और प्रदेश की जनता के लिए ही है।
इसी बीच कोरोना महामारी से बचाव के लिए कुछ और भी जरूरी बातों का उल्लेख सरकार के माध्यम से किया गया है जिसका पालन सुनिश्चित कर भी आम जनता इन विकट परिस्थितियों से निकल सकती है।