कोरोना संकट को लेकर यूं तो पूरे देश में बहस छिड़ी है लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अंदर भाई-बहन की सोच के बीच की खाई खड़ी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां फिर से कोरोना का ठीकरा सरकार पर फोड़ा और कोविड नीति को तुगलकी लॉकडाउन और घंटी बजाओ बताकर तंज किया। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देशवासियों से एक साथ मिलकर इस जंग को जीतने की अपील की।
रोचक तथ्य यह है कि शुक्रवार को राहुल गांधी एक प्रेस कांफ्रेस भी करने वाले थे लेकिन प्रियंका के ट्वीट के बाद स्थगित कर दिया गया। कोरोना की दूसरी लहर देश पर कहर की तरह आई है। संक्रमण का आंकड़ा भी तेज हुआ है और मौत का भी। इस बीच कुछ राज्यों में प्रबंधन को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। महाराष्ट्र सहित कुछ राज्यों में आंशिक लॉकडाउन भी शुरू हो गया है जबकि केंद्र और राज्य मिलकर इस संकट से उबरने की कोशिश में लगे हैं।
ऐसे में राहुल गांधी ने शुक्रवार की सुबह एक तीन लाइन का ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- केंद्र सरकार की कोविड रणनीति- स्टेज 1- तुगलकी लॉकडाउन लगाओ, स्टेज 2-घंटी बजाओ, स्टेज तीन-प्रभु के गुण गाओ। कांग्रेस की ओर से यह घोषणा भी की गई कि राहुल ब्रीफिंग करेंगे। जाहिर तौर पर वह कोरोना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधने वाले थे। लेकिन प्रियंका के ट्वीट ने शायद ब्रीफिंग रद करने को मजबूर कर दिया।
प्रियंका ने लिखा- यह हम सबके संकट का समय है… आपसे निवेदन है कि मास्क लगाएं, कोविड सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करें। सावधानी और संवेदना के साथ हमें मिलकर इस जंग को जीतना है। राहुल से परे प्रियंका ने सरकार को घेरने के बजाय जागरुकता पर खुद को केंद्रित रखा। कुछ देर बाद ही कांग्रेस से जानकारी दी गई कि प्रेस कांफ्रेंस रद कर दिया गया है। गौरतलब है कि फिलहाल महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में 66 फीसद कोरोना केस हैं। अकेले महाराष्ट्र में देश के कुल संक्रमण का लगभग आधा हिस्सा है।