तमिलनाडु से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कथित तौर पर 57 साल की एक महिला ने 62 वर्षीय अपने पति की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि उसे इंश्योरेंस की 3.5 करोड़ रुपये की रकम चाहिए थी। आरोप है कि उसने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक की पहचान इरोड जिले के थुदुपथी के रहने वाले के. रंगराज के रूप में हुई है। वह एक पावर लूम यूनिट के मालिक थे। 15 मार्च को वह एक दुर्घटना में घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए कोयंबटूर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया था। गुरुवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, जिसके बाद उनकी उनकी पत्नी और एक रिश्तेदार उन्हें कार से घर ला रहे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घर जाते वक्त रात करीब 11:30 बजे पेरुमानल्लूर के पास उन लोगों ने गाड़ी रोक दी। महिला अपने रिश्तेदार के साथ गाड़ी से उतर गई। कुछ ही देर में वाहन पर पेट्रोल डाल दिया और उसमें आग लगा दी। शुक्रवार सुबह उनलोगों ने पुलिस में सूचना दी और इसे एक हादसा बताया। लेकिन उनके अलग-अलग बयानों से पुलिस का संदेह गहरा गया।
पुलिस ने जांच की तो पता चला कि महिला के रिश्तेदार राजा ने एक कैन में पेट्रोल पंप से ईंधन खरीदा था। पुलिस ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज मंगवाकर आरोपियों को दिखाया तो उन्होंने वारदात में संलिप्तता क बात कबूल कर ली। अब तक जांच से पता चला है कि रंगराज ने कई लोगों से लगभग 1.5 करोड़ रुपये उधार लिए थे। वे बीते कुछ समय से रंगराज की पत्नी पर उधार वापसी के लिए दबाव बना रहे थे।
रंगराज की पत्नी को यह बात मालूम थी कि उसने करीब 3.5 करोड़ रुपये की तीन बीमा पॉलिसी ली थी, जिसमें उसने पत्नी को नॉमिनी बनाया था। बस फिर क्या था, बीमा की वह राशि क्लेम करने के लिए उसने पति को मारने और इसे दुर्घटना की शक्ल देने का फैसला कर लिया। इसके लिए उने अपने एक रिश्तेदार की मदद ली। इसके लिए महिला ने उससे कथित तौर पर करीब डेढ़ लाख रुपये की डील की थी।
बताया जा रहा है कि महिला ने अपने उस करीबी रिश्तेदार को 50,000 रुपये एडवांस दिया था और रंगराज के मारे जाने के बाद उसे 1 लाख रुपये और देने का वादा किया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया और केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।