कोरबा । जादू टोना कर परिवार के लोगों को परेशान करने के संदेह से ग्रसित नाती ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिल कर रिश्ते में दादा लगने वाले वृद्ध की पहले गला घोंट कर हत्या कर दी। फिर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को फांसी के फंदे में लटका दिया। ताकी यह मामला आत्महत्या का लगे, लेकिन पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो अपराधियों का यह गुनाह छुप न सका। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। सभी मृतक के दूर के रिश्तेदार हैं। क्षेत्र में हत्या की इस घटना से सनसनी फैल गई है।
पाली थाना अंतर्गत ग्राम लाटाडांड नगोई में रहने वाले फगुन सिंह अगरिया पिता स्व. सुकालु सिंह 65 वर्ष का शव घर में 16 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थिति में फांसी में लटका हुआ मिला। मृतक के पुत्र संत कुमार अगरिया की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान घर के बरामदे , कमरे की जमीन में खून के धब्बे मिले। मृतक के मुंह, नाक से खून निकला रहा था और पैर कमर तक जमीन में टिका था।
पुलिस को प्रथम दृष्टया यह समझते देर नहीं लगा कि यह फांसी लगाकर आत्महत्या करने का नही बल्की हत्या कर शव फांसी पर लटकाए जाने का मामला है। फारेंसिक जांच के साथ ही डाग स्काड टीम ने सूक्ष्म निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया। इस दौरान आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। इस बीच पुलिस डाग मृतक के घर से निकल कर आरोपितों के भागने वाले रास्ते पर गया।
ग्रामीणों से जानकारी मिलने पर पुलिस ने संदेह के आधार पर रामेश्वर अगरिया पिता संतोष अगरिया 21 साल निवासी ढुकुपथरा स्थाइ पता लाटाडांड, कमल कुमार अगरिया पिता बंधु सिंह अगरिया 21 वर्ष निवासी लाटाडांड व राहुल मरावी पिता हंसतराम मरावी 20 वर्ष निवासी ढुकुपथरा को गिरफ्तार कर पूछताछ की। तीनों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
रामेश्वर ने बताया कि मृतक फगुन रिश्ते में काका-बडा का दादा होता है। फगुन सिंह टोना- जादू करता था जिसकी वजह से उसकी बहन, मां व घर के अन्य सदस्य बीमार रहते है। इसलिए योजना बनाकर हत्या कर दिए। पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ धारा 302, 210, 120 बी के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल व गमछा भी जब्त किया गया है।
पहले शराब पिए फिर बनाई योजना
आरोपित रामेश्वर ने पुलिस को बताया कि फगुन की हत्या की योजना बना कर अपने साथी कमल व राहुल के साथ गांव के ही एक नाबालिग लड़के से बाइक लिया और 15 अप्रैल को दोपहर 12 बजे लाटाडांड नगोई में कमल के घर गए। जहां तीनों ने मिल कर शराब का सेवन किया और खाना खाया। इसके बाद फगुन उर्फ बैगा की मारने की योजना को अंतिम रूप दिया। ठीक एक बजे घटना को अंजाम देने तीनों एक साथ निकले।
पानी पीने के बहाने घुसे और गमछे से गला घोट दिए
तीनों आरोपित फगुन के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटा कर पानी पीने के बहाने अंदर प्रवेश किए। रामेश्वर ने इशारे में राहुल को फगुन का मुंह व नाक को बंद करने कहा। जैसे ही राहुल ने मुंह व नाक दबाया तो फगुन ने चिल्लाने का प्रयास किया, तब राहुल ने गमछा से गला और कमल ने दोनों पैर दबाया। इस बीच फगुन के मुंह व नाक से खून निकलने लगा।
लगातार गमछा से गला दबाए जाने पर फगुन की मौत हो गई, तब तीनों ने उसके शव को फांसी का रूप देने फंदे पर लटकाया और खून साफ कर गमछा छिपा दिया। बाद में कमल ने बाइक से दोनों को छोड़ कर वापस घर लौट गया। मृतक पुत्र संत कुमार को उसके जीजा ने इस घटना की जानकारी दी।