कहते है किसी इंसान की कामयाबी के पीछे किसी न किसी महिला का हाथ जरुर होता है। फिर चाहे वो उसकी मां हो , बहन हो, पत्नी हो या फिर प्रेमिका। लेकिन कुछ मामले ऐसे भी है जिसमे महिला के कारण एक हंसला खेलता पूरा परिवार बर्बाद हो गया।
पानीपत के गांव बिहोली निवासी कार ड्राइवर अजय ने पत्नी के साथ झगड़े के बाद अपने तीन बच्चों को ईको कार में बैठाकर घर से निकला और पांच घंटे बाद उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार की रात गोहाना रोड स्थित फ्लाईओवर के पार्किंग में खड़ी ईको कार में उसका शव मिला। जिसके बाद से उसके तीनों बच्चे लापता थे।
लेकिन दो दिन बाद उनका शव भी पास के नहर में मिला। ड्राइवर ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें पत्नी पर तीन वर्ष से अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर पत्नी समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।मृतक अनिल के बड़े भाई मंजीत के मुताबिक उसकी साल 2012 में गांव निंबरी निवासी आरती के साथ शादी हुई थी।
पत्नी की जिद के आगे हार गया पति
उनके तीन बच्चे बड़ी बेटी अंशु (8), बेटा वंश (5) और सबसे छोटा बेटा यश (3) हैं। मंजीत ने बताया कि पिता जयचंद ने तीन साल पहले हरि सिंह चौक पर एक मकान खरीदा था, पत्नी की जिद्द के बाद गांव का घर छोड़कर अनिल परिवार के साथ इसी मकान में रह रहा था।
मंजीत ने बताया कि हरि सिंह कालोनी निवासी एक युवक के साथ अनिल की पत्नी के अवैध संबंध थे। उसने विरोध किया तो पत्नी ने अपने मायके के लोगों और प्रेमी को बुलाया। जिन्होंने अनिल को जान से मारने की धमकी दी। तीन माह पहले अनिल परिवार के साथ आकर गांव में ही रहने लगा। बुधवार की दोपहर अनिल और उसकी पत्नी में झगड़ा हुआ था। जिसके बाद पत्नी गांव के घर की छत से कूदकर भाग गई। शाम करीब चार बजे अनिल अपने तीनों बच्चों को ईको कार में बैठाकर ले गया।
भाई को दी जहर खाने की जानकारी
देर रात नौ बजे उसने कॉल किया और कहा कि गोहाना रोड फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग में उसने जहर खा लिया है। भाई पार्किंग पर पहुंचा और अनिल को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। कार में तीनों बच्चे नहीं मिले, वे लापता थे। अनिल के पास से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है।वहीं मृतक ने सुसाइड नोट में दो नंबर लिखे हैं। जिसकी कॉल डिटेल निकलवाने की बात उसने कही है। ताकि सच का पता चल सके।