ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज से लॉकडाउन का दूसरा दौर शुरू हो गया है। पूर्व आदेश के मुताबिक आज लॉकडाउन को समाप्त होना था, लेकिन हालात पर नियंत्रण नहीं होने की वजह से लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
आदेश के मुताबिक लॉक डाउन की अवधि 26 अप्रैल की सुबह 6:00 बजे तक के लिए है। लेकिन जिस तरह के हालात बने हुए हैं, यदि उस पर नियंत्रण नहीं होता है तो लॉकडाउन को आगे बढ़ाए जाने में प्रशासन को सोचना भी नहीं पड़ेगा।
समाधान नहीं लॉक डाउन
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन को समाधान मान लेना किसी भी मायने में उचित नहीं है। यह महज प्रशासनिक मजबूरी है जिससे लोग अपने घरों में कैद रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होते रहे। आपस में मेल मिलाप नहीं होने से संक्रमण की चेन टूट सकती है बस इसी विश्वास को लेकर लॉकडाउन जैसा कड़ा निर्णय शासन प्रशासन को लेना पड़ता है।
जिंदगी सबसे ज्यादा कीमती
राजधानी से लेकर प्रदेश और देश भर में प्रतिदिन हजारों लोग मौत की आगोश में समाते चले जा रहे हैं। विडंबना यह है कि मौत के बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए अपने लोगों का भी साथ नहीं मिल पा रहा है। जिंदगी बहुत कीमती है इस बात को ध्यान में हर किसी को रखना है और अपनी आदतों में भी इस बात को लाना होगा की जिंदगी को बचाने के लिए फिलहाल हर किसी से दूरी बेहद जरूरी है।
मास्क ही सबसे बड़ा सहारा
यह बात सही है कि छत्तीसगढ़ या भारत में मास्क लगाना आमतौर पर दिनचर्या का हिस्सा नहीं हुआ करता था। लेकिन बीते 14 महीनों के दौरान यही मास्क हर इंसान के लिए बेहद जरूरी हो चुका है। आज यदि जिंदगी को सुरक्षित रखना है तो सबसे बड़ा सहारा मास्क ही है।
दिशा निर्देश का पालन जरूरी
देश के साथ पूरे विश्व में कोरोना का कोहराम बीते डेढ़ साल से लगातार जारी है इस दौरान लाखों लोग इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं तो आज भी करोड़ों की संख्या में लोग अस्पतालों घरों या फिर दूसरी तरह की आइसोलेशन सेंटरों में जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ रहे हैं। यह तकलीफ आगे और ना बना रहे इसलिए सुझाए गए दिशा निर्देशों का पालन जरूरी है।