जिंदगी और मौत किसी के हाथ में नहीं होती। भाग्य का चक्कर ऐसा चलता है कि खुशियां कब मातम में बदल जाए ये पता ही नहीं चलता। ऐसी ही एक घटना सामने आई है। जहां एक परिवार अपने घर में दुल्हन की आने का इंतजार कर रहा था। बेटे का कुछ ही दिनों बाद विवाह था। परिवार तिलक की रस्में करके वापस अपने घर खुशी-खुशी लौट रहा था । लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश का दिल दहला दिया।
मातम में बदली खुशियां
घटना बिहार की राजधानी पटना की है जहां पर पिकअप पर सवार होकर एक परिवार अकिलपुर से दानापुर के चित्रकूटनगर में आ रहे थे। मौका था बेटे के तिलक कार्यक्रम का। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जैसे ही गाड़ी पानापुर घाट के पीपापुल के ऊपर पहुंची ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया। 18 लोगों को सवारी कर रही गाड़ी रेलिंग तोड़ते हुए सीधे गंगा में समा गई। इस हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन ने तुरंत मौके पर गोताखोरों की टीम बुलवाई ।
अब तक 11 की मौत
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जिंदगी और मौत किसी के हाथ में नहीं होती। भाग्य का चक्कर ऐसा चलता है कि खुशियां कब मातम में बदल जाए ये पता ही नहीं चलता। ऐसी ही एक घटना सामने आई है। जहां एक परिवार अपने घर में दुल्हन की आने का इंतजार कर रहा था। बेटे का कुछ ही दिनों बाद विवाह था। परिवार तिलक की रस्में करके वापस अपने घर खुशी-खुशी लौट रहा था । लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश का दिल दहला दिया।मातम में बदली खुशियांघटना बिहार की राजधानी पटना की है जहां पर पिकअप पर सवार होकर एक परिवार अकिलपुर से दानापुर के चित्रकूटनगर में आ रहे थे। मौका था बेटे के तिलक कार्यक्रम का। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जैसे ही गाड़ी पानापुर घाट के पीपापुल के ऊपर पहुंची ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया। 18 लोगों को सवारी कर रही गाड़ी रेलिंग तोड़ते हुए सीधे गंगा में समा गई। इस हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन ने तुरंत मौके पर गोताखोरों की टीम बुलवाई ।
अब तक 11 की मौतइस हादसे के बाद गोताखोरों की टीम ने 11 लोगों के शव निकाले हैं। वहीं 3 लोग तैरकर खुद को बचाने में कामयाब रहे। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को राहत कार्य मे लगाया गया है। पटना के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है।हादसे के दौरान पिकअप वैन की छत पर सवार तीन लोगों ने कूदकर अपनी जान बचा ली। तीनो में सुजीत कुमार सिंह, मनोज सिंह और किताब राय शामिल हैं। गोताखोरों ने गाड़ी को गंगा नदी में ढूंढ निकाला। इसके बाद पिकअप वैन को क्रेन के जरिए नदी से बाहर निकाला गया।