ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना की दूसरी लहर में किस बेदर्दी से हाहाकार मच गया है इसका अंदाजा प्रदेश के हर एक नागरिक को हो चुका है। शासन प्रशासन से लेकर आम आदमी बुरी तरह हलाकान है। बीते 1 माह के दौरान छत्तीसगढ़ में सक्रिय मरीजों की संख्या जहां 1 लाख ऊपर आ चुका है तो मौतों की तादाद दोगुनी हो गई।
कोरोना का कहर फरवरी 2020 से पूरे देश में जारी है। छत्तीसगढ़ भी इस कहर से नहीं बच पाया। किंतु कोरोना की दूसरी लहर में बीते 1 माह के भीतर छत्तीसगढ़ को जितना नुकसान पहुंचाया है वह पहले दौर के 1 साल से कहीं ज्यादा है।
मार्च 2020 से लेकर मार्च 2021 तक प्रदेश में 3962 लोगों की मौत हुई थी, वही मार्च 2021 से अप्रैल 2021 के बीच यह आंकड़ा 6674 पहुंच गया है। इसी तरह कुल सक्रिय मरीजों के आंकड़ों की बात की जाए तो मार्च 2021 तक 9205 मरीज उपचार के लिए दाखिल थे। लेकिन बीते 1 माह के दौरान छग में सक्रिय मरीजों की बाढ़ आ गई है। आलम यह है प्रदेश में 22 अप्रैल 2021 की स्थिति में एक लाख 21 हजार से ज्यादा मरीज संक्रमित हो चुके हैं।
प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कितना घातक परिणाम लेकर सामने आ रही है इसका अंदाजा इन चंद आंकड़ों को देखकर ही लगाया जा सकता है। कोरोना से बचाव के लिए सरकारी स्तर पर अस्पतालों दवाइयों की आवश्यक सुविधाएं दी जा रही लेकिन जिस तेजी से प्रदेश में सक्रिय मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है तमाम व्यवस्थाएं खुद ब खुद बिगड़ती चली जा रही है।
हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद भी लगातार प्रशासनिक जिम्मेदारों से चर्चा कर रहे हैं तो आवश्यक निर्देश ही दे रहे हैं। व्यवस्थाओं को बनाने के लिए जिस हद पर कोशिश की जा सकती है किया जा रहा है लेकिन इन सबके बाद भी कोरोना के संक्रमण स्तर को रोक पाना फिलहाल किसी के बस में नजर नहीं आ रहा।
यही वजह है कि प्रदेश की जनता से बार- बार एक ही अपील की जा रही है कि लोग अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए सुझाए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करें ताकि किसी तरह की मुसीबत का सामना उन्हें ना करना पड़े।